कोर्ट ने शख्स को किया बरी तो समर्थकों ने जश्न में निकाला जुलूस, धारा 144 का उल्लंघन कर लगाए धमकी भरे नारे, 36 लोगों पर केस
AajTak
महाराष्ट्र के ठाणे (Thane) में लागू धारा 144 के बीच एक व्यक्ति ने मकोका केस में कोर्ट से रिहाई मिलने के बाद जुलूस निकाला. इस दौरान उसके समर्थक बड़ी संख्या में शामिल हुए और नारेबाजी करते हुए वीडियो बनाए, जिन्हें सोशल मीडिया पर शेयर किया गया. पुलिस ने इस मामले में 36 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है.
महाराष्ट्र के ठाणे जिले (Thane) में लागू धारा 144 (निषेधाज्ञा) के बीच अपनी रिहाई का जश्न मनाने के लिए एक व्यक्ति ने जुलूस निकाला. इस दौरान समर्थकों ने नारेबाजी की और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर किए. पुलिस का कहना है कि मकोका के तहत एक मामले में बरी किए गए व्यक्ति सहित 36 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
एजेंसी के अनुसार, महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत मामलों की सुनवाई कर रही एक विशेष अदालत ने 7 मई को उस व्यक्ति को बरी कर दिया था.
यह भी पढ़ें: 'अब लॉ एंड ऑर्डर का कोई खतरा नहीं...', लेह प्रशासन ने 'बॉर्डर मार्च' से पहले लगी धारा 144 हटाई
भिवंडी शहर पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि 8 मई को जब वह जेल से बाहर आए तो उनके समर्थकों ने ठाणे जिले के भिवंडी इलाके में नई बस्ती में एक जुलूस निकाला. जुलूस में शामिल होने वालों ने क्षेत्र में लागू निषेधाज्ञा का उल्लंघन किया. पुलिस ने बताया कि जुलूस में शामिल लोगों ने धमकी भरे नारों के साथ जुलूस के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किए.
यह भी पढ़ें: महबूबा मुफ्ती का आरोप- पुलवामा में धारा 144 लगाकर कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया, प्रशासन की आई सफाई
इसके बाद जब ये वीडियो वायरल हुए तो मामला पुलिस के संज्ञान में आया. एक पुलिसकर्मी की शिकायत के आधार पर रिहा किए गए व्यक्ति और 35 अन्य लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 143, 149 (दोनों गैरकानूनी सभा के लिए) और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम और आपराधिक कानून (संशोधन) अधिनियम के प्रावधानों के तहत केस दर्ज किया गया.
पाकिस्तान में इमरान खान की अपील पर उनके समर्थक विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. वे डी-चौक तक मार्च करना चाहते थे, लेकिन उन्हें कंटेनर लगाकर बीच में ही रोक दिया गया है. दरअसल, इस क्षेत्र में संसद, पीएम और राष्ट्रपति का कार्यालय, और सुप्रीम कोर्ट भी है. यहां से एक चौंका देने वाला वीडियो सामने आया है, जहां सेना के जवान ने नमाज पढ़ रहे एक शख्स को कंटेनर से नीचे फेंक दिया.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हम लगेज पॉलिसी लेकर आए हैं, जब भी हम कुछ लागू करते हैं, तो हमें सुझाव मिलते हैं, जनता की मांग थी कि दूध और सब्जी का उत्पादन करने वाले या सप्लाई करने वाले किसानों को हमारी बसों में रियायत दी जाए, हमने उनकी मांग को स्वीकार किया और दूध और सब्जी सप्लायरों के लिए टिकट हटा दिए हैं.
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एहतियाती उपायों की समीक्षा के लिए सचिवालय में हाईलेवल बैठक बुलाई. इस दौरान भारी बारिश की संभावना वाले क्षेत्रों में NDRF और SDRF की टीमों को तैनात करने का निर्देश दिया. कुल 17 टीमों को तैनात किया गया है, इसमें चेन्नई, तिरुवरुर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम और कुड्डालोर और तंजावुर जिले शामिल हैं.
हिंदू संगठन 'बांग्लादेश सम्मिलित सनातनी जागरण जोते' एक बयान में कहा कि वकील सैफुल इस्लाम की हत्या में कोई सनातनी शामिल नहीं है. एक समूह सुनियोजित हत्या को अंजाम देकर सनातनियों पर दोष मढ़ने की कोशिश की जा रही है. हिंदू संगठन ने चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की तत्काल बिना शर्त रिहाई और चिटगांव हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की है.