कोरोना से मरने वालों के कफन चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, नए टैग लगाकर हो रही थी रीसेलिंग
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ये पूरा मामला उत्तर प्रदेश के बागपत का है. कोरोना से मरने वालों का अंतिम संस्कार करने के लिए बेहद ही सावधानी बरती जाती है. उनके आस पास कोई नहीं होता है. इनके पास मौजूद सामान को भी कोई नहीं छूता है, तो वहीं ये गिरोह अंतिम संस्कार के दौरान इनके कफन, कपड़े और अन्य सामान चोरी कर लेते थे.
कोरोना संकट में जिसके हाथ जो पड़ रहा है, वो लूट करने में लगा है, लेकिन यूपी के बागपत में तो ऐसा मामला सामने आया है, जो हैरान कर देने वाला है. यहां पुलिस ने ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो कोरोना से मरने वाले मुर्दों का कफन चोरी कर रहे थे. बाद में इन्हें सस्ते दामों पर व्यापारियों को बेचा जा रहा था. पुलिस ने इस गिरोह के 7 सदस्यों को दबोचा है. उत्तर प्रदेश के बागपत का ये पूरा मामला है. कोरोना से मरने वालों का अंतिम संस्कार करने के लिए बेहद ही सावधानी बरती जाती है. उनके आस पास कोई नहीं होता है. इनके पास मौजूद सामान को भी कोई नहीं छूता है, तो वहीं ये गिरोह अंतिम संस्कार के दौरान इनके कफन, कपड़े और अन्य सामान चोरी कर लेते थे. बागपत के जनपद की बड़ौत कोतवाली पुलिस ने ऐसे 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो श्मशान और कब्रिस्तान में दीवार फांदकर मुर्दों के कपड़े और कफन चोरी किया करते थे, जिसके बाद उन पर ब्रांडेड कंपनियों का स्टीकर लगाने के बाद उन्हें महंगे दामों पर बेच दिया करते थे. जिससे लोगों में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा भी बढ़ गया था.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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