केन्या में बाढ़ ने मचाई तबाही, 267 लोगों की मौत, पीड़ितों के लिए भारत बना बड़ा मददगार
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भारत की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि केन्या को सहायता दक्षिण सहयोग की भावना और अफ्रीका को हमारी प्राथमिकताओं में शीर्ष पर रखने की हमारी प्रतिबद्धता के तहत देश के साथ भारत के मजबूत और मैत्रीपूर्ण संबंधों की पुनरावृत्ति है. भारत ने बाढ़ से हुए नुकसान और विनाश के लिए केन्या सरकार और लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की.
केन्या में बाढ़ ने तबाही मचाई हुई है. अफ्रीकी देश की 47 में से 38 काउंटी प्रभावित हुई हैं. केन्याई सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, विनाशकारी बाढ़ से करीब 267 लोगों की मौत हो चुकी है और 2,80,000 लोग विस्थापित हुए हैं. इस बीच भारत ने केन्या के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और पुनर्वास के लिए 40 टन राहत सामग्री भेजी है.
इस खेप में 22 टन राहत सामग्री जैसे टेंट, स्लीपिंग बैग और मैट, कंबल, बिजली उत्पादन सेट, खाने के लिए तैयार भोजन, बुनियादी स्वच्छता सुविधाएं और स्वच्छता किट, बाहरी मामले शामिल हैं. इसके अलावा खेप में 18 टन चिकित्सा सहायता भी शामिल है. इसमें जीवन रक्षक दवाएं और गंभीर देखभाल और घाव प्रबंधन के लिए आवश्यक सर्जिकल उपकरण शामिल है. इसमें शिशु आहार, जल शुद्धिकरण, मासिक धर्म स्वच्छता और मच्छरों को भगाने के लिए आवश्यक वस्तुएं, मलेरिया और डेंगू डायग्नोस्टिक किट, एंटी-वेनम उपचार और कई प्रकार के परीक्षण किट भी शामिल है.
वहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, 'केन्या में बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए भेजी गई एचएडीआर की दूसरी खेप में 40 टन दवाएं, चिकित्सकीय आपूर्ति एवं अन्य उपकरण शामिल हैं. हम ऐतिहासिक साझेदारी और विश्वबंधुत्व के लिए खड़े हैं.'
केन्या में भारत की उच्चायुक्त नामग्या खम्पा ने कैबिनेट सचिव मर्सी वानजाउ को राहत सामग्री सौंपी. इससे पहले भी राहत सामग्री की एक खेप भारतीय नौसेना जहाज सुमेधा द्वारा 10 मई को केन्या पहुंचाई गई थी.
भारत की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि केन्या को सहायता दक्षिण सहयोग की भावना और अफ्रीका को हमारी प्राथमिकताओं में शीर्ष पर रखने की हमारी प्रतिबद्धता के तहत देश के साथ भारत के मजबूत और मैत्रीपूर्ण संबंधों की पुनरावृत्ति है. भारत ने बाढ़ से हुए नुकसान और विनाश के लिए केन्या सरकार और लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की.
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