![कूपन से ही अधिकतर सामान खरीदता है ये अरबपति, कूपन से जीती साइकिल से ही चलता है](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202501/67765b14bb35a-freebies-king-75-year-old-millionaire-relies-on-coupons-rides-a-bicycle-for-36-years-02232763-16x9.jpg)
कूपन से ही अधिकतर सामान खरीदता है ये अरबपति, कूपन से जीती साइकिल से ही चलता है
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75 साल के जापानी बुजुर्ग हिरोटो किरितानी, जिन्हें 'गॉड ऑफ फ्रीबीज' के नाम से जाना जाता है. अपनी अनोखी लाइफस्टाइल के चलते इंटरनेट पर छा गए हैं. करोड़ों की संपत्ति के मालिक होने के बावजूद किरितानी हर दिन कूपन और मुफ्त ऑफर्स का पूरा फायदा उठाते हैं.
75 साल के जापानी बुजुर्ग हिरोटो किरितानी, जिन्हें 'गॉड ऑफ फ्रीबीज' के नाम से जाना जाता है. अपनी अनोखी लाइफस्टाइल के चलते इंटरनेट पर छा गए हैं. करोड़ों की संपत्ति के मालिक होने के बावजूद किरितानी हर दिन कूपन और मुफ्त ऑफर्स का पूरा फायदा उठाते हैं.
करोड़पति बनने का सफर, शोगी से शुरू हुई कहानी किरितानी, जो जापानी शतरंज जैसे खेल शोगी के पेशेवर खिलाड़ी थे, ने अपने करियर की शुरुआत शेयर बाजार में सिक्योरिटीज फर्म में टीचर के तौर पर की. वहीं पर उन्होंने शेयर ट्रेडिंग के गुर सीखे और अपनी पहली 10 करोड़ येन (5.29 करोड़ रुपये) की कमाई की. 2024 तक उनकी संपत्ति बढ़कर 60 करोड़ येन (31.5 करोड़ रुपये) तक पहुंच गई.
2008 की मंदी के बाद कंजूसी का जुनून 2008 के स्टॉक मार्केट क्रैश में 20 करोड़ येन का नुकसान झेलने के बाद किरितानी ने ठान लिया कि अब एक भी पैसा बेकार नहीं जाएगा. उन्होंने 1000 से ज्यादा कंपनियों के शेयर खरीदकर उनके कूपन और शेयरहोल्डर परक्स का इस्तेमाल शुरू कर दिया.
शेयरहोल्डर परक्स उन विशेष लाभों को कहते हैं, जो कंपनियां अपने शेयरधारकों को देती हैं. इनमें डिस्काउंट कूपन, मुफ्त प्रोडक्ट सैंपल, फ्री टिकट्स, गिफ्ट्स, बोनस, और कंपनी इवेंट्स में शामिल होने का मौका शामिल है. कुछ कंपनियां अतिरिक्त लाभ जैसे बोनस शेयर या डिविडेंड भी देती हैं, जो निवेशकों की वफादारी बनाए रखने में मदद करते हैं.
फ्री कूपन के पीछे भागते हैं हर दिन किरितानी हर सुबह टोक्यो की सड़कों पर अपने कूपन से खरीदी गई साइकिल से निकलते हैं. वो मुफ्त खाने के लिए रेस्टोरेंट जाते हैं. फ्री जिम में एक्सरसाइज करते हैं और यहां तक कि फ्री मूवी टिकट्स के जरिए हर साल 140 फिल्में देखते हैं.मजेदार बात ये है कि वो फिल्मों के प्लॉट पर ध्यान नहीं देते, बल्कि थिएटर की आरामदायक सीट्स पर सो जाते हैं.
किरितानी का मानना है कि कूपन का सही इस्तेमाल करना उनके जीवन का उद्देश्य बन गया है.उनकी अनोखी कहानी ने उन्हें इंटरनेट सेंसेशन बना दिया है. सोशल मीडिया पर लोग उनकी इस लाइफस्टाइल की जमकर तारीफ कर रहे हैं.
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प्रयागराज में माघ पूर्णिमा के अवसर पर करीब 2 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई. इस दौरान शासन-प्रशासन हर मोर्चे पर चौकस रहा. योगी आदित्यनाथ ने सुबह 4 बजे से ही व्यवस्थाओं पर नजर रखी थी. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण ट्रेनों और बसों में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. देखें.
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हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास में शुक्ल पक्ष का 15वीं तिथि ही माघ पूर्णिमा कहलाती है. इस दिन का धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से खास महत्व है और भारत के अलग-अलग हिस्सों में इसे श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है. लोग घरों में भी कथा-हवन-पूजन का आयोजन करते हैं और अगर व्यवस्था हो सकती है तो गंगा तट पर कथा-पूजन का अलग ही महत्व है.