किडनैपिंग, टॉर्चर और कत्ल... कातिल एक्टर दर्शन को बचाने के लिए नेता-अभिनेता और सिस्टम सबने की पैरवी, हैरान करने वाले खुलासे
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कई बार जरूरत से ज्यादा चालाकी इंसान पर भारी पड़ जाती है. अपने फैन रेणुका स्वामी के कत्ल के इल्जाम में गिरफ्तार कन्नड़ फिल्म स्टार दर्शन तुगुदीपा के साथ कुछ ऐसा ही हुआ. 8 जून को रेणुका स्वामी की लाश बरामद होने के बाद जैसे-जैसे पुलिस की जांच आगे बढ़ी, दर्शन का असली चेहरा सामने आ गया.
Pharmacist Renuka Swamy Murder Conspiracy: ऐसा आपने इससे पहले सिर्फ फिल्मों में देखा होगा, जब किसी बड़ी हस्ती को बचाने के लिए सरकार, विपक्ष, अदालत, वकील सब एकजुट हो जाते हैं. कर्नाटक की इस कहानी में भी कुछ ऐसा ही हुआ. बस फर्क इतना रहा कि सारी सरकारी मशीनरी एक तरफ थी और कर्नाटक पुलिस एक तरफ. कन्नड फिल्मों के सुपर स्टार दर्शन को बचाने के लिए तमाम नेताओं ने पूरी ताकत झोंक दी. लेकिन कमाल है कर्नाटक पुलिस, जो इस दबाव के आगे नहीं झुकी. कर्नाटक पुलिस ने अपनी रिमांड रिपोर्ट में इस दबाव के बारे में खुलकर लिखा है.
नेताओं ने झोंक दी पूरी ताकत कई बार जरूरत से ज्यादा चालाकी इंसान पर भारी पड़ जाती है. अपने फैन रेणुका स्वामी के कत्ल के इल्जाम में गिरफ्तार कन्नड़ फिल्म स्टार दर्शन तुगुदीपा के साथ कुछ ऐसा ही हुआ. 8 जून को रेणुका स्वामी की लाश बरामद होने के बाद जैसे-जैसे पुलिस की जांच आगे बढ़ी और तफ्तीश के आईने में दर्शन का चेहरा नजर आने लगा, दर्शन के खासखास लोगों ने उसे कानून के शिकंजे से बचाने के लिए अपनी एड़ी-चोटी का ज़ोर लगाना शुरू कर दिया. नेता से लेकर अभिनेता तक हर किसी ने पुलिस महकमे के बड़े अफ़सरों के फोन खड़काने शुरू कर दिए और किसी भी तरह दर्शन को इस केस से बाहर निकालने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया.
फाइव स्टार होटल से गिरफ्तारी ये शायद प्रभावशाली लोगों का दबाव और मीडिया में तेज़ी फैलती खबरों का ही असर था कि बेंगलुरु पुलिस ने इस मामले की तफ्तीश उतनी ही तेज़ी से आगे बढ़ाई और दो दिन गुजरते-गुजरते आखिरकार दर्शन को मैसुरु के एक फाइव स्टार होटल से गिरफ्तार कर लिया.
उल्टा पड़ा पुलिस पर दबाव डालना! बेंगलुरु पुलिस ने अदालत में दर्शन और उसके साथियों के रिमांड के लिए दी गई अर्जी में खुद इस बाद का खुलासा किया है. हालांकि बेंगलुरु पुलिस के कमिश्नर बी दयानंद ने कहा है कि बेशक उन पर दबाव बहुत था, लेकिन वो किसी दबाव के आगे नहीं झुके. कमिश्नर ने कहा कि अब तक की तफ्तीश में पुलिस ने दर्शन और उसके गुर्गों के खिलाफ़ इतना पुख्ता केस तैयार किया है कि उसका सज़ा से बच पाना नामुमकिन है.
दर्शन की जोरदार पैरवी कर रहे थे एक मंत्री खुद कर्नाटक के एक राज्य मंत्री ने ही अपने फिल्म स्टार दोस्त दर्शन को बचाने की कोशिश की। कुछ सूत्रों ने दावा किया है कि जब पुलिस ने रेणुका स्वामी के क़त्ल के मामले में मैसुरु के एक होटल से फिल्म स्टार दर्शन को हिरासत में लिया, तो इस मंत्री ने ना सिर्फ बेंगलुरु के बड़े पुलिस अधिकारियों को ताबड़तोड़ कॉल्स किए, बल्कि गृह मंत्री और यहां तक की मुख्य मंत्री के दफ्तर में भी संपर्क साध कर दर्शन की मदद करने की बात कही. हद तो तब हो गई जब इस मामले को लेकर ये मंत्री खुद राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वरा के घर से उनसे मिलने पहुंच गया. हालांकि इस सिलसिले में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए बाद में गृह मंत्री ने साफ किया कि उन पर इस मामले में किसी का कोई भी दबाव नहीं है.
BJP विधायक का नाम और एक करोड़ रिश्वत की पेशकश इतने संगीन गुनाह में नाम आने के बावजूद जिन लोगों ने दर्शन की मदद करने की कोशिश की, उनमें एक बीजेपी के विधायक का नाम भी शामिल है. जिसने दर्शन की गिरफ्तारी के बाद पुलिस के बड़े अफसरों से बात कर मामले को रफा दफा करने के लिए दबाव बनाया, लेकिन लगातार मीडिया में आती खबरों के सामने किसी का कोई भी दबाव काम नहीं आया. दर्शन पर शिकंजा कसता चला गया. इससे पहले दर्शन के कुछ गुर्गों ने रेणुका स्वामी की लाश का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों को 1 करोड़ रुपये की रिश्वत देने की पेशकश की थी, जबकि गुर्गों को खुद बेंगलुरु पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर ने ही रेणुका स्वामी की लाश को गंदे नाले में ठिकाने लगाने का आइडिया दिया था.
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