कर्नाटक: कोरोना मरीज के शव का घरवालों ने किया अंतिम संस्कार, थोड़ी देर बाद ही आ गया उसका फोन
AajTak
कर्नाटक के बेलगावी में निजी अस्पताल की बड़ी चूक की वजह से पूरा परिवार घनचक्कर बन गया. जिसका अंतिम संस्कार कर परिवार घर लौटा था, उसका कुछ देर बाद ही फोन आ गया, तो सभी हैरान रह गए. बाद में पता चला कि वे किसी दूसरे मरीज की लाश का अंतिम संस्कार कर आए हैं.
कोरोना वायरस के प्रकोप से देश के तमाम राज्य बेहाल हैं. ऐसे में कर्नाटक के बेलगावी में प्राइवेट अस्पताल की चूक का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. इस अस्पताल की ओर से एक जीवित कोविड-19 मरीज को मृत घोषित कर दिया गया. फिर रविवार को इस मरीज के रिश्तेदारों को किसी और शख्स का शव सौंप दिया गया. गाइडलाइन के अनुसार किया अंतिम संस्कार अठानी तालुक के मोले गांव के रहने वाले हालुल्ली को 1 मई को कोविड-19 के इलाज के लिए इस अस्पताल में भर्ती कराया गया. रविवार सुबह अस्पताल की ओर से हालुल्ली को मृत घोषित कर दिया गया. इसकी सूचना हालुल्ली के घरवालों को दी गई. फिर घरवालों को बॉडीबैग में एक शव सौंपा गया. हालुल्ली के घरवाले बॉडीबैग को खोलकर शव का चेहरा देखे बिना ही अपने साथ ले गए. सरकार की ओर से निर्धारित तमाम तरह की गाइडलाइंस का पालन करते हुए अंतिम संस्कार किया गया.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.