ऑटो में खून के निशान, आरोपियों पर सस्पेंस... उज्जैन रेप केस में 48 घंटे में क्या-क्या हुआ?
AajTak
उज्जैन में मासूम के साथ रेप केस में आरोपी ऑटो ड्राइवर भारत सोनी को पुलिस ने गिरफ्तार किया. इसके बाद पुलिस जब उसको घटनास्थल पर लेकर गई, तब उसने भागने की कोशिश की थी. इसी दौरान वो गिरने से घायल हो गया. जिसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. साथ ही पुलिस ने पूछताछ के लिए 3 अन्य लोगों को हिरासत में लिया.
मध्य प्रदेश के उज्जैन में 12 साल की मासूम से दरिंदगी हुई. बेसुध और लहूलुहान हालत में मासूम ने आठ किलोमीटर का रास्ता पैदल तय किया. इस दौरान उसने कई लोगों से मदद की गुहार भी लगाई. इस घटना की जो तस्वीर सामने आई उसने उज्जैन शहर ही नहीं पूरे देश के लोगों को झकझोर कर रख दिया है. बुधवार को बड़नगर रोड पर दांडी आश्रम के पास बच्ची के साथ दरिंदगी कर फेंक दिया गया था. इसके बाद वो अर्धनग्न अवस्था में इधर-उधर घूमती रही थी. इस समय उसका इलाज चल रहा है.
इस केस में पुलिस ने आरोपी ऑटो ड्राइवर भारत सोनी को गिरफ्तार किया. इसके बाद पुलिस जब उसको घटनास्थल पर लेकर गई, तब उसने भागने की कोशिश की थी. इसी दौरान वो गिरने से घायल हो गया. जिसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. साथ ही पुलिस ने पूछताछ के लिए 3 अन्य लोगों को हिरासत में लिया.
सामने आया 1 मिनट 7 सेकंड का सीसीटीवी फुटेज
1 मिनट 7 सेकंड के सीसीटीवी फुटेज में पीड़ित बच्ची बेसुध घूमती हुई दिखाई दी. उसने एक वृद्ध से कुछ बात की. इस मामले में एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि एसआईटी गठित की गई है. जल्द ही आरोपियों की तलाश की जाएगी. बच्ची का मेडिकल कराने के बाद मामला दुष्कर्म का सामने आया है. लोगों से भी अपील है अगर, किसी को भी इस मामले में कुछ जानकारी हो तो पुलिस को सूचित करें.
आरोपी को उस जगह ले जाया गया जहां हुआ दुष्कर्म
उधर, महाकाल थाने के पुलिस इंस्पेक्टर अजय वर्मा ने बताया कि आरोपी को साइबर क्राइम टीम की मदद से पकड़ा गया है. हम लोग उसको उस घटनास्थल पर लेकर गए थे जहां दुष्कर्म हुआ था. वहां जब पुलिस अपने काम में लगी थी तब आरोपी ने भागने की कोशिश की. पुलिस ने उसका पीछा किया. इस दौरान टक्कर लगने की वजह से आरोपी गिर गया. हमारे दो पुलिसवाले भी जख्मी हो गए.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.