एयरबेस में हुए आतंकी हमले में कई शेड्स-एयरक्राफ्ट तबाह, सैटेलाइट इमेज ने खोली पाकिस्तान के झूठ की पोल
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तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) की शाखा तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान (टीजेपी) के नौ आतंकवादियों ने शनिवार को मियांवाली में एमएम आलम एयरबेस पर हमला किया था. पाकिस्तानी सेना ने इस हमले के तुरंत बाद स्पष्टीकरण दिया कि कोई खास नुकसान नहीं हुआ है. अब सैटेलाइट इमेज ने इस दावे की पोल खोल दी.
पाकिस्तान के पाले हुए सांपों (आतंकियों) ने उसे ही काटना शुरू कर दिया है. चौंकाने वाली बात ये है कि उसे इन हमलों से होने वाले नुकसान को छिपाना पड़ रहा है. भारत के पड़ोसी मुल्क में आए दिन आतंकी हमलों की खबरें सामने आती हैं. शनिवार को पाकिस्तान के मियांवाली एयरबेस पर हमला हुआ था. इस हमले में पाकिस्तानी एयरबेस के कई शेड्स और उसमें खड़े एयरक्राफ्ट को नुकसान पहुंचा है. लेकिन पाकिस्तान दावा कर रहा है कि इस हमले में कोई खास नुकसान नहीं हुआ. आज तक को मिले सैटेलाइट्स इमेज से पाकिस्तान के झूठ की पोल खुल गई है...
दरअसल, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) की शाखा तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान (टीजेपी) के नौ आतंकवादियों ने शनिवार को मियांवाली में एमएम आलम एयरबेस पर हमला किया था. पाकिस्तानी सेना ने इस हमले के तुरंत बाद स्पष्टीकरण दिया कि कोई खास नुकसान नहीं हुआ है. इतना ही नहीं पाकिस्तान की ओर से बताया गया था कि हमले में कुछ नॉन ऑपरेशनल विमानों को नुकसान हुआ है.
आजतक को मिले ओपन-सोर्स सैटेलाइट इमेज से पता चलता है कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने एयरबेस पर जिस नुकसान की बात स्वीकार की है, उससे कहीं ज्यादा नुकसान हुआ है. आजतक को अमेरिका स्थित अंतरिक्ष फर्म प्लैनेट लैब्स PBC से 24 अक्टूबर और 4 नवंबर के जो हाई रिजॉल्यूशन सैटेलाइट इमेज मिलें हैं, उनमें हमलों के बाद हुए नुकसान को साफ देखा जा सकता है.
- सैटेलाइट इमेज से पता चलता है कि एयरबेस में कई शेड्स को इस हमले में नुकसान पहुंचा है. शेड्स को जिस तरह का नुकसान दिख रहा है, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि शेड्स के अंदर कितनी तेज विस्फोट हुआ होगा. ऐसे में उनमें खड़े विमानों को नुकसान पहुंचने की भी संभावना बढ़ जाती है.
वहीं, पाकिस्तान की सेना ने दावा किया है कि इस हमले में उसके सिर्फ तीन नॉन ऑपरेशनल विमानों को नुकसान पहुंचा है. हालांकि, जो पुराने वीडियो फुटेज मिले हैं, उनसे यह पता चलता है कि पाकिस्तान इन शेड्स का इस्तेमाल ऑपरेशनल विमानों के लिए कर रहा था.