एयरपोर्ट अथॉरिटी को सौंपी जाएगी अयोध्या एयरपोर्ट की जमीन, CM योगी की मौजूदगी में होगा लीज एग्रीमेंट
AajTak
UP News: राम मंदिर बनने के बाद अयोध्या में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में आवाजाही होगी. इसी को ध्यान में रखते हुए एयरपोर्ट के भविष्य की योजना बनाई जा रही है.
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्री राम एयरपोर्ट की जमीन भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (Airports Authority of India) को सौंपी जाएगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट की जमीन का हस्तांतरण होगा. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी.
जानकारी के मुताबिक, श्री राम एयरपोर्ट अयोध्या के लिए राज्य सरकार ने 317.855 एकड़ भूमि खरीदी है. इसके लिए प्रदेश सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के बीच लीज एग्रीमेंट किया जाएगा. यानी भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को यह भूमि लीज पर दी जाएगी.
गौरतलब है कि योगी सरकार ने अयोध्या स्थित हवाई पट्टी को एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने के लिए 525 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी. अब इस हवाई पट्टी को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का आकार देने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है. इस हवाई पट्टी को बडे़ विमानों के लिए तैयार किया जा रहा है. पहले चरण में यहां A321 और दूसरे चरण में कोड-E B777.300 श्रेणी के विमानों का संचालन शुरू किया जाएगा.
फिलहाल एयरपोर्ट को फिलहाल अंतरराष्ट्रीय स्तर का दर्जा नहीं मिला है, लेकिन राज्य सरकार अंतरराष्ट्रीय मानकों के तहत तैयारी करवा रही है, ताकि उड़ानें शुरू होने से पहले ही एयरपोर्ट को अंतराष्ट्रीय स्तर का दर्जा मिल सके. इसी के चलते भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को जमीन सौंपी जा रही है.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.