![एक महीने में RBI ने खरीदा 8 टन गोल्ड, जानिए भारत के पास कुल कितना है सोना](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202501/677ce21e9d435-gold-reserves-in-india-071313269-16x9.jpg)
एक महीने में RBI ने खरीदा 8 टन गोल्ड, जानिए भारत के पास कुल कितना है सोना
AajTak
WGC की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2024 में गोल्ड खरीदने के मामले में भारत का स्थान पोलैंड के बाद दूसरा रहा है. आंकड़ों के मुताबिक पोलैंड के नेशनल बैंक ने 2024 में सबसे ज्यादा 90 टन गोल्ड की खरीदारी की.
दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों ने नवंबर 2024 में अपने गोल्ड भंडार में बड़ा इजाफा किया है. दुनियाभर में बढ़े भू-राजनीतिक तनाव, महंगाई के असर से गोल्ड की खरीदारी में तेजी देखी जा रही है. World Gold Council यानी WGC की रिपोर्ट के मुताबिक, नवंबर में सेंट्रल बैंकों ने मिलकर 53 टन गोल्ड खरीदा. खास बात है कि इसमें भारत का भी अच्छा खासा योगदान रहा है.
WGC के मुताबिक RBI ने नवंबर में 8 टन गोल्ड खरीदा, जिसके बाद RBI का कुल गोल्ड रिजर्व बढ़कर 876 टन हो गया है. इस तरह से 2024 में भारत ने कुल 73 टन गोल्ड की खरीदारी की.
पोलैंड के बाद के भारत दूसरे स्थान पर WGC की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2024 में गोल्ड खरीदने के मामले में भारत का स्थान पोलैंड के बाद दूसरा रहा है. आंकड़ों के मुताबिक पोलैंड के नेशनल बैंक ने 2024 में सबसे ज्यादा 90 टन गोल्ड की खरीदारी की.
इससे बाद पोलैंड का कुल गोल्ड रिजर्व बढ़कर 448 टन हो गया है. पोलैंड के कुल रिजर्व्स में गोल्ड की 18 फीसदी हिस्सेदारी है. अगर गोल्ड की खरीदारी में दिलचस्पी दिखाने वाले दूसरे देशों की बात करें तो पोलैंड के अलावा उज्बेकिस्तान के सेंट्रल बैंक ने नवंबर में 9 टन गोल्ड खरीदा जिससे उसका कुल गोल्ड रिजर्व 382 टन हो गया.
वहीं, चीन के People’s Bank ने 6 महीने के गैप के बाद 5 टन गोल्ड खरीदा और अब चीन का कुल गोल्ड रिजर्व 2,264 टन हो गया है, जो चीन के कुल रिजर्व का 5 फीसदी है. इसके अलावा, कजाकिस्तान और जोर्डन के सेंट्रल बैंकों ने भी अपने गोल्ड रिजर्व्स बढ़ाए हैं.
जानिए किस देश के पास कितना सोना
![](/newspic/picid-1269750-20250212190808.jpg)
प्रयागराज में माघ पूर्णिमा के अवसर पर करीब 2 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई. इस दौरान शासन-प्रशासन हर मोर्चे पर चौकस रहा. योगी आदित्यनाथ ने सुबह 4 बजे से ही व्यवस्थाओं पर नजर रखी थी. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण ट्रेनों और बसों में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. देखें.
![](/newspic/picid-1269750-20250212003447.jpg)
हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास में शुक्ल पक्ष का 15वीं तिथि ही माघ पूर्णिमा कहलाती है. इस दिन का धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से खास महत्व है और भारत के अलग-अलग हिस्सों में इसे श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है. लोग घरों में भी कथा-हवन-पूजन का आयोजन करते हैं और अगर व्यवस्था हो सकती है तो गंगा तट पर कथा-पूजन का अलग ही महत्व है.