उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग बेकाबू, तेज हवा ने बढ़ाई मुश्किल
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उत्तराखंड के जंगल पिछले कई दिनों से धू-धूकर जल रहे हैं. जंगल में लगी आग इतनी भीषण है जिसे बुझाने के लिए उत्तराखंड सरकार ने केंद्र सरकार से मदद मांगी है. आग पर काबू पाने के लिए वायुसेना के हेलिकॉप्टर तैनात किए गए हैं.
उत्तराखंड के जंगल पिछले कई दिनों से धू-धूकर जल रहे हैं. जंगल में लगी आग इतनी भीषण है जिसे बुझाने के लिए उत्तराखंड सरकार ने केंद्र सरकार से मदद मांगी है. आग पर काबू पाने के लिए वायुसेना के हेलिकॉप्टर तैनात किए गए हैं. कुमाऊं और गढ़वाल दोनों क्षेत्रों को मिलाकर लगभग 40 से ज्यादा जगहों पर आग लगी हुई है. आग की विभीषिका कुमाऊं क्षेत्र में ज्यादा तीव्र है. नैनीताल जिले के कई इलाकों में आग की लपटें जंगल को जला रही हैं. आजतक की टीम नैनीताल जिले के कई इलाकों तक पहुंची, जहां जंगल में आग की लपटें दिखाई दे रही हैं. उत्तराखंड में जो जिले सबसे ज्यादा आगजनी से प्रभावित हैं, उनमें नैनीताल, अल्मोड़ा, टिहरी, पौड़ी, बागेश्वर जिले शामिल हैं. हवा की रफ्तार बनी बाधक भीमताल इलाके के पास पहाड़ियों में दावानल चारों ओर फैल रहा है और हवा की रफ्तार आग को बढ़ाने में मददगार साबित हो रही है. आज तक संवाददाता ने भीमताल इलाके की पहाड़ियों का जायजा लिया, जहां आग बेकाबू हो रही है. माना जा रहा है कि बीते साल कम बरसात के चलते इस बार आग की घटनाएं अप्रैल महीने से ही शुरू हो गईं, क्योंकि जमीन पर गिरी पत्तियों में नमी नहीं थी, जिससे वह जल्दी ही आग पकड़ने लगी हैं.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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