![ईरान पर बड़े हमले की तैयारी कर रहा इजरायल? खुफिया जानकारी लीक होने से अमेरिका में मचा हडकंप](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202410/67148cc67caa2-leaked-documents-show-us-intelligence-on-israels-plans-to-attack-iran-205320922-16x9.jpeg)
ईरान पर बड़े हमले की तैयारी कर रहा इजरायल? खुफिया जानकारी लीक होने से अमेरिका में मचा हडकंप
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एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि जांच इस बात की जांच कर रही है कि कथित पेंटागन दस्तावेज़ तक आखिर किसकी पहुंच थी. इस तरह के किसी भी लीक की जांच पेंटागन और अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के साथ-साथ एफबीआई द्वारा भी शुरू हो जाएगी.
ईरान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के लिए इजरायल की योजनाओं के बारे में अत्यधिक गोपनीय जानकारी लीक होने की खबर सामने आने के बाद हडकंप मचा हुआ है. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार , दो अत्यधिक गोपनीय अमेरिकी खुफिया दस्तावेज लीक हुए हैं, जिनमें कथित तौर पर ईरान पर संभावित हमले के लिए इजरायल की सैन्य तैयारियों का खुलासा किया गया है.
खुफिया जानकारी लीक होने से अमेरिका बेहद चिंतित है और इसकी जांच की जा रही है. 15 और 16 अक्टूबर की तारीख वाले ये दस्तावेज ईरान से जुड़े एक टेलीग्राम अकाउंट 'मिडिल ईस्ट स्पेक्टेटर' पर प्रकाशित किए गए थे. इन दस्तावेजों में कथित तौर पर ईरान पर संभावित हमले के लिए इजरायल की तैयारियों की जानकारी दी गई है.
खुफिया दस्तावेज में हैं टॉप सीक्रेट
इन दस्तावेजों को टॉप सीक्रेट के रूप में वर्णित किया गया है. उन पर ऐसे निशान हैं, जो बताते हैं कि इन्हें केवल अमेरिका और उसके 'फाइव आइज' (अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड और ब्रिटेन) सहयोगियों के पास ही होना चाहिए. दस्तावेज में हमले की तैयारियों में कथित तौर पर हवा से हवा में ईंधन भरने के अभियान, खोज और बचाव अभियान, और संभावित ईरानी हमलों की आशंका में मिसाइल सिस्टम की तैनाती शामिल है.
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इनमें बताया गया है कि इजरायल ईरान के खिलाफ हमले के लिए क्या तैयारी कर रहा है. एक दस्तावेज, जिसे नेशनल जियोस्पेशियल-इंटेलिजेंस एजेंसी ने संकलित किया है, में कहा गया है कि इस योजना में इजरायल द्वारा गोला-बारूद को इधर-उधर ले जाने की बात शामिल है. एक अन्य दस्तावेज में हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों से जुड़े इजरायली वायु सेना के अभ्यासों की जानकारी दी गई है. माना ज रहा है कि यह अभ्यास ईरान पर हमले की तैयारी के लिए किया जा रहा है.
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रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने का ब्लू प्रिंट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगभग तैयार कर लिया है. इससे पहले ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यू्क्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बातचीत की. ट्रंप चाहते हैं कि नाटो में शामिल होने की जिद्द यूक्रेन छोड़ दे लेकिन जेलेंस्की ने अपने देश की सुरक्षा का हवाला दिया है.
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PM नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हुई मुलाकात में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई. आतंकवाद से निपटने में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बन गई, जिसमें ठाकुर हसन राणा के प्रत्यर्पण का विषय भी शामिल था. फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में भारत-अमेरिका के सहयोग पर भी वार्ता हुई, जहाँ अमेरिकी बाजार में भारतीय जेनेरिक दवाओं की भारी मांग है.