
ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई की मुस्लिम देशों से अपील- इजरायल के साथ तोड़ें अपने राजनीतिक संबंध
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फिलिस्तीन के विद्रोही गुट हमास ने इजरायल पर 7 अक्टूबर को भीषण हमला किया था. इस हमले में 1400 लोगों की मौत हुई थी. ईरान ने इजरायल पर हुए इन हमलों का स्वागत किया था. इजरायल का दावा है कि इन हमलों में हमास के पीछे ईरान का हाथ है. इस हमले के बाद से इजरायल गाजा में हमास के ठिकानों पर बमबारी कर रहा है.
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने रविवार को मुस्लिम देशों से इजरायल के साथ राजनीतिक संबंध तोड़ने की अपील की. खामेनेई ने इजरायल के साथ राजनीतिक संबंध रखने वाले मुस्लिम देशों से अपील की कि वे कम से कम सीमित समय के लिए इसमें कटौती करें. इससे पहले खामेनेई ने मुस्लिम देशों से इजरायल का बहिष्कार करने और इजरायल को भेजे जाने वाले ईंधन (तेल) समेत दूसरी जरूरी चीजों की सप्लाई रोकने की अपील की थी. हालांकि, इजरायल पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश में जुटे ईरान को 11 नवंबर को बड़ा झटका लगा था. तब सऊदी अरब की राजधानी में इस्लामिक सहयोग संगठन और अरब लीग के सदस्यों के बीच समिट में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी की अपील पर मुस्लिम देश इजरायल पर व्यापक प्रतिबंध लगाने पर सहमत नहीं हुए थे.
खामेनेई इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के एयरोस्पेस फोर्स द्वारा आयोजित प्रदर्शनी में हिस्सा लेने पहुंचे थे. यहां ईरान के नए हथियारों का प्रदर्शन किया गया. इनमें ईरान की पहली हाइपरसोनिक मिसाइल फतह 2 भी शामिल थी. ईरान ने जून में अपनी पहली घरेलू हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की थी.
इससे पहले अयातुल्ला खामेनेई ने कहा था 'मुस्लिम देशों को ये नहीं भूलना चाहिए कि अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन हमेशा इस्लाम के खिलाफ खड़े हुए हैं और इन्होंने फिलिस्तीन को दबाया है. मुस्लिम दुनिया को समझना चाहिए कि ये सिर्फ इजरायल के बारे में नहीं है, बल्कि उन देशों से भी जुड़ा मसला है जिससे इजरायल के संपर्क हैं. उन्होंने कहा था, 'जीत बहुत दूर नहीं है, वह फिलिस्तीनियों की ही होगी.' खामेनेई ने कहा कि इंग्लैंड, फ्रांस, अमेरिका में भी इजरायल और यूएस सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए हैं.
7 अक्टूबर से जारी है हमास और इजरायल में जंग
फिलिस्तीन के विद्रोही गुट हमास ने इजरायल पर 7 अक्टूबर को भीषण हमला किया था. इस हमले में 1400 लोगों की मौत हुई थी. ईरान ने इजरायल पर हुए इन हमलों का स्वागत किया था. इजरायल का दावा है कि इन हमलों में हमास के पीछे ईरान का हाथ है. इस हमले के बाद से इजरायल गाजा में हमास के ठिकानों पर बमबारी कर रहा है और ग्राउंड ऑपरेशन चला रहा है. इजरायली हमलों में अब तक 11000 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है.

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