इस कंपनी ने खत्म किया दूध के बिजनेस पर अंग्रेजों का दबदबा, सरदार पटेल से खास कनेक्शन
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इस कहानी की शुरुआत किसानों के आंदोलन से हुई थी. आजादी से पहले भारत में दूध के कारोबार पर ब्रिटिश कंपनी पोलसन डेयरी (Polson Dairy) का दबदबा था. कंपनी पशुपालक किसानों के साथ मनमानी करने के लिए कुख्यात थी. इससे परेशान होकर गुजरात के कैरा जिले के दूध उत्पादक किसानों ने विरोध किया.
भारत की आजादी की लड़ाई में किसान आंदोलनों (Farmer's Movement) का काफी योगदान रहा है. बिहार के नील किसानों से लेकर गुजरात के पशुपालकों तक ने अंग्रेजी वर्चस्व के खिलाफ आंदोलन खड़ा किया था. इन प्रयासों ने बिजनेस के मामले में भी भारत को आजाद बनाया. दुनिया के सबसे बड़े डेयरी ब्रांड में से एक अमूल (AMUL) की कहानी भी इन्हीं आंदोलनों से जुड़ी हुई है. दूध और डेयरी के क्षेत्र (Milk & Dairy Sector) में अंग्रेजों का वर्चस्व समाप्त करने का श्रेय अमूल को ही जाता है.
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