इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में बम बना रहा था छात्र, अचानक हुआ धमाका, फिर..
AajTak
उत्तर प्रदेश की इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के पीसी बनर्जी छात्रावास में रह रहे एक छात्र का बुधवार को बम बनाते समय विस्फोट होने से दाहिना हाथ बुरी तरह जख्मी हो गया. इस घटना में एक अन्य छात्र को भी चोट आई है.
प्रयागराज की इलाहाबाद यूनिवर्सिटी (Allahabad University) के पीसी बनर्सी हॉस्टल में एक छात्र बम (Bomb) बना रहा था. तभी उसमें विस्फोट हो गया. इससे छात्र का दाहिना हाथ बुरी तरफ जख्मी हो गया. उसे गंभीर हालत में एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सहायक पुलिस आयुक्त (शिवकुटी) राजेश कुमार यादव ने बताया कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में एमए का छात्र प्रभात यादव पीसी बनर्जी छात्रावास में रहता है.
बुधवार शाम वह बम बना रहा था, तभी अचानक विस्फोट होने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया. उन्होंने बताया कि छात्र को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अधिकारी ने बताया कि इस घटना में एक अन्य छात्र को मामूली चोट आई है. पुलिस तहरीर के आधार पर प्रभात यादव के खिलाफ सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज करेगी.
लावारिस बम फटने से 12 साल के लड़के की मौत
वहीं, सहारनपुर में एक लावारिस बम फटने से भैंस चराने वाले 12 साल के लड़के की मौत हो गई. बम फायरिंग रेंज में पड़ा था. किशोर इस बम को उठा लाया और पीतल निकालने की कोशिश करने लगा. इसी दौरान बम फट गया और लड़के सहित भैंस की भी मौत हो गई. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
बम से पीतल निकालने की कर रहा था कोशिश
पुलिस ने बताया कि बुधवार को शाहपुर गाड़ा गांव के पास फायरिंग रेंज में पड़ा सेना का एक लावारिस बम फटने से 12 साल के एक लड़के की मौत हो गई. एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि सेना की फायरिंग रेंज के पास रहने वाला हनीफ अपनी भैंस चराने के लिए जंगल में गया था, जहां उसे सेना का एक बम मिला और उसने उसे उठा लिया. एसपी ने कहा, जब उसने पीतल निकालने की कोशिश की और बम पर किसी भारी वस्तु से प्रहार करना शुरू कर दिया तो बम फट गया.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.