इजरायल-हमास युद्ध के 6 महीने, वॉशिंगटन में प्रदर्शनकारियों ने की इजरायली बंधकों की रिहाई की मांग
AajTak
इजरायल और हमास के बीच पिछले 6 महीने से जंग जारी है. इस दौरान इजरायल के हमले में करीब 33 हजार फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हुई है. अब अमेरिका के वॉशिंगटन में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने इजरायली बंधकों की रिहाई की मांग की है.
इजरायल-हमास (Israel-Hasam War) के बीच चल रही जंग को 6 महीने गुजर चुके हैं. गाजा में इजरायल के करीब 130 नागरिक बंधक बनाकर रखे गए हैं. इनकी रिहाई की मांग को लेकर वॉशिंगटन में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रविवार (7 अप्रैल) को एक रैली निकाली. इस रैली में बंधकों के परिवार के सदस्य भी मौजूद थे, जिनमें कीथ की बेटी एलन सीगल और बंधक बनाई गई अवीवा सीगल भी शामिल थीं. 51 दिनों के बाद रिहा हुए अवीवा ने रैली में बात की. उन्होंने कहा कि मेरे पास कोई मानवाधिकार नहीं था. मुझे नहीं लग रहा था कि बच पाऊंगी लेकिन मैं वापस आ गई.
एजेंसी के मुताबिक रैली में मौजूद इजरायल के विपक्षी नेता यायर लैपिड ने बताया कि उन्होंने बाइडेन प्रशासन से मिलने की योजना बनाई है. लैपिड ने कहा कि हमें उन्हें घर वापस लाने के लिए वह सब कुछ करना होगा, जो हम कर सकते हैं.
UN एक्सपर्ट्स की एक टीम के मुताबिक हमास के बंदूकधारियों ने 7 अक्टूबर को इजरायल में घुसकर 1,200 लोगों की हत्या कर दी और उनके कुछ पीड़ितों पर यौन हिंसा की.
समझौते में रिहा किए गए थे इजरायली नागरिक
बंदूकधारियों ने 253 बंधकों को भी पकड़ लिया, जिनमें बच्चे और बुजुर्ग, नागरिक और सैनिक शामिल थे. उनमें से लगभग आधे लोगों को नवंबर के अंत में एक समझौते के तहत रिहा कर दिया गया था. एक और युद्धविराम करने के लिए रविवार को मिस्र में फिर से बातचीत शुरू हुई. इस समझौते के तहत बचे हुए दर्जनों बंधकों को रिहा किए जाने की उम्मीद है. स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक गाजा में इजरायल के जवाबी हमले में 33 हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं.
यह भी पढ़ें: अपना ड्रोन गिराए जाने से भड़का इजरायल, लेबनान में हिजबुल्ला के ठिकानों पर की एयर स्ट्राइक
स्पेन में रूस के दूतावास ने एक बयान में कहा कि हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि मालवाहक जहाज किन परिस्थितियों में डूबा और स्पेन में अधिकारियों के संपर्क में हैं. लंदन स्टॉक एक्सचेंज ग्रुप के मुताबिक ओबोरोनलॉजिस्टिका ग्रुप की सिस्टर कंपनी SK-Yug, कार्गो शिप 'Ursa Major' की ऑनर और ऑपरेटर है. उसने इसके डूबने पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
क्या इजरायल के निशाने पर पाकिस्तान है? क्या पाकिस्तान के एटमी हथियारों को इजरायल तबाह करने का प्लान बना रहा है? क्या पाकिस्तान पर अमेरिकी बैन के पीछे इजरायल है? हमारा पड़ोसी देश भारत के अलावा अब इजरायल के खौफ में जीने को मजबूर है. पाकिस्तान को लग रहा है कि ईरान में सरकार बदलने के बाद पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को निशाना बनाया जाएगा. देखें वीडियो.
क्या इजरायल के निशाने पर पाकिस्तान है. क्या पाकिस्तान के एटमी हथियारों को इजरायल तबाह करने का प्लान बना रहा है. क्या पाकिस्तान पर अमेरिकी बैन के पीछे इजरायल है? हमारा पड़ोसी देश भारत के अलावा अब इजरायल के खौफ में जीने को मजबूर है. पाकिस्तान को ऐसा क्यों लग रहा है कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को निशाना बनाया जाएगा? देखें.
हिंसक प्रदर्शनों के बीच अगस्त में शेख हसीना की सरकार गिर गई, और उन्होंने भारत में शरण ली. फिलहाल बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस सरकार है, जो देश पर हसीना को लौटाने का दबाव बना रही है. हाल में एक बार फिर वहां के विदेश मंत्रालय ने राजनयिक नोट भेजते हुए पूर्व पीएम की वापसी की मांग की. भारत के पास अब क्या विकल्प हैं?