
इजरायली बंधकों को छोड़ने में भी हमास की चाल, 5 फैमिली छूटीं लेकिन उनके पुरुष मेंबर्स अब भी कब्जे में
AajTak
शनिवार को सोशल मीडिया से सामने आई तस्वीरों में ओहद को अस्पताल में रूबिक क्यूब को हल करते हुए दिखाया गया. 5 वर्षीय एमिलिया अलोनी, जिसे हमास और इज़राइल के बीच एक अस्थायी संघर्ष विराम समझौते के हिस्से के रूप में उसकी मां डेनिएल के साथ रिहा किया गया था, वह भी अपनी दादी के साथ फिर से मिल गई.
समझौते और मध्यस्थता के तहत हमास ने इजरायल के बंधकों को छोड़ना शुरू किया है. लगातार कुछ बंधकों को धीरे-धीरे छोड़ा जा रहा है. लेकिन इस रिहाई में भी हमास की चालबाजी दिख रही है. असल में हमास महिलाओं और बच्चों को तो छोड़ रहा है, लेकिन उनके परिवार के पुरुष सदस्यों को अभी भी अपने कब्जे में रख रहा है.
गाजा पट्टी के एक बच्चे ओहद मुंदर को छोड़ा गया, लेकिन उनके पिता को हमास ने अपने कब्जे में रख रखा है. जब 9 साल के ओहद को हमास ने रिहा किया तो वह दौड़कर अपने पिता के गले लग गए. परिवार से मिले बंधक तो बह आए आंसू गाजा में हमास के उग्रवादियों ने 49 दिनों तक बंधक बनाकर रखे गए इजराइली बच्चों और महिलाओं को रिहा किया है. बंधक बने लोग जब अपने परिवार के साथ मिले तो इसके बड़े ही भावुक कर देने वाले दृश्य सामने आए. बता दें कि बंधकों को कतर, मिस्र और अमेरिका की मध्यस्थता में हुए समझौते के तहत रिहा किया गया है. श्नाइडर चिल्ड्रेन्स मेडिकल सेंटर (एससीएमसी) द्वारा जारी एक वीडियो में 9 वर्षीय ओहद मुंदर को शुक्रवार को जब गाजा पट्टी से हमास ने रिहा किया तो वह दौड़ते और अपने पिता के पास पहुंचा और उन्हें कसकर गले लगा लिया.
रिहाई पर इजरायल में मना जश्न ओहद को उसकी 55 वर्षीय मां केरेन मुंडेर और 78 वर्षीय दादी रूटी मुंडेर के साथ मुक्त कर दिया गया. रूटी के पति अवराम मुंडेर अभी भी गाजा में हमास की हिरासत में हैं. गाजा में हिरासत में रहने के दौरान ओहद नौ साल के हो गए और इस दिन को चिह्नित करने के लिए पूरे इज़राइल में कार्यक्रम आयोजित किए गए. रूबिक क्यूब्स को सुलझाने में लोगों ने लड़के की रिहाई के लिए अभियान चलाकर इस पहेली से उसका चित्र बनाया.
सोशल मीडिया पर आईं रिहाई की तस्वीरें शनिवार को सोशल मीडिया से सामने आई तस्वीरों में ओहद को अस्पताल में रूबिक क्यूब को हल करते हुए दिखाया गया. 5 वर्षीय एमिलिया अलोनी, जिसे हमास और इज़राइल के बीच एक अस्थायी संघर्ष विराम समझौते के हिस्से के रूप में उसकी मां डेनिएल के साथ रिहा किया गया था, वह भी अपनी दादी के साथ फिर से मिल गई. एससीएमएस द्वारा जारी की गई तस्वीरों में एमिलिया को अपनी दादी के साथ गले मिलते हुए देखा जा सकता है.
पीड़ितों ने IDF को कहा, Thank You दोनों 7 अक्टूबर को किबुत्ज़ नीर ओज़ में डेनिएल की बहन और उसके परिवार से मिलने गए थे, जब हमास द्वारा किए गए कायरतापूर्ण हमलों के दौरान उन सभी का अपहरण कर लिया गया था. 33 वर्षीय शेरोन अलोनी क्यूनियो और उनके 34 वर्षीय पति डेविड क्यूनियो और उनकी तीन साल की जुड़वां बेटियां यूली और एम्मा को अभी भी गाजा में बंधक बनाकर रखा गया है. एक भावनात्मक वीडियो में, ओहद के भाई रॉय ज़िचरी मुंडेर ने अपने परिवार के सदस्यों और सभी नागरिकों को उनके "आलिंगन और समर्थन के लिए रिहा करने में भूमिका के लिए आईडीएफ को धन्यवाद दिया, जिसके बिना हम इन 49 दिनों तक टिक नहीं पाते".
"इजरायल के सभी लोगों को धन्यवाद. मेरे लिए यह कहना बहुत महत्वपूर्ण है कि हम आज जश्न नहीं मना रहे हैं. हम खुश हैं लेकिन जश्न नहीं मना रहे हैं क्योंकि हमारे पास अधिक बंधक हैं और हमें अपना अभियान जारी रखने की जरूरत है. हम अपना अभियान जारी रखेंगे." सभी बंधकों की रिहाई तक प्रयास,'' रॉय ने उन सभी को समर्थन देते हुए कहा, जिनके प्रियजन अभी भी गाजा में हमास की हिरासत में फंसे हुए हैं. उन्होंने कहा, "उम्मीद मत खोइए. वे जल्द ही वापस आएंगे." एससीएमसी ने रिहा किए जा रहे बंधकों के लिए विशेष व्यवस्था की है, उन्हें सामान्य परिवेश में ले जाने के लिए सभी संभव चीजों की व्यवस्था की है.

पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने गुरुवार को बलूचिस्तान के दौरे पर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया है तो दूसरी ओर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) का कहना है कि ISPR द्वारा किए गए दावे झूठे हैं और पाक हार को छिपाने की नाकाम कोशिश कर रहा है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.