इंतजार खत्म! राजस्थान के बाद अब यूपी में जल्द होगी मॉनसून की एंट्री, इन इलाकों में आज झमाझम बारिश की संभावना
AajTak
मौसम कार्यालय की ओर से जानकारी मिली कि मॉनसून उत्तरी अरब सागर के कुछ और हिस्सों, गुजरात, मध्य प्रदेश और दक्षिण-पूर्व राजस्थान के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है. मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा, अगले तीन से चार दिनों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के राजस्थान के अधिक हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं.
मॉनसून ने अब रफ्तार पकड़ ली है. गर्मी की मार झेल रहे उत्तर भारत को अब जल्दी ही राहत मिलने वाली है. मॉनसून राजस्थान में एंट्री कर चुका है और उत्तर प्रदेश की सीमा तक पहुंच गया है. राजस्थान में मॉनसून की एंट्री से न केवल नमी बढ़ गई है बल्कि अन्य इलाकों में प्री-मानसून गतिविधियां भी बढ़ गई हैं. इस बदले मौसम का असर उत्तर भारत में देखने के लिए भी मिल रहा है. पहले के तापमान और अब के तापमान में काफी अंतर दिखाई दे रहा है. मौसम विभाग (IMD) की मानें तो 29 जून तक मॉनसून दिल्ली तक भी पहुंच जाएगा.
राजस्थान में पहुंचा मॉनसून
मौसम कार्यालय ने कहा कि मॉनसून उत्तरी अरब सागर के कुछ और हिस्सों, गुजरात, मध्य प्रदेश और दक्षिण-पूर्व राजस्थान के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है. मॉनसून की उत्तरी सीमा मुंद्रा, महेसाणा, उदयपुर, शिवपुरी, सिद्धि, चाईबासा, हल्दिया, पाकुड़, साहिबगंज और रक्सौल से होकर गुजरती है. मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि अगले तीन से चार दिनों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के राजस्थान के अधिक हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं.
यूपी की सीमा तक पहुंचा मॉनसून
मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक, आगामी 2-3 दिनों में उत्तर प्रदेश और अन्य क्षेत्रों में मॉनसून के आगे बढ़ने की संभावना है. आईएमडी के ताजा अपडेट के मुताबिक, मॉनसून मंगलवार को उत्तर प्रदेश की सीमा तक पहुंच गया है. वहीं, दिल्ली में 29 जून तक मॉनसून के पहुंचने की संभावना है. इस बीच मौसम विभाग ने आज दोपहर तक कई राज्यों के लिए अच्छी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
यह भी पढ़ें: कश्मीर से केरल तक आज देशभर में बरसेंगे बादल! कहीं भारी तो कहीं हल्की बारिश का अलर्ट
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.