आर्यन ने NCB को फोन का पासवर्ड देने से कर दिया था मना, फेस ID से हुआ था अनलॉक
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आर्यन खान को नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो (NCB) से क्लीनचिट दे दी है. खान ने फोन का पासवर्ड देने से मना कर दिया था. फिर फेस आईडी द्वारा फोन अनलॉक किया गया था.
मुंबई क्रूज केस में आर्यन खान को नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो (NCB) से क्लीनचिट मिल गई है. NCB ने कई बार आर्यन खान के बयान दर्ज किए थे. लेकिन उनका मुख्य बयान 12 नवंबर को जमानत मिलने के बाद दर्ज किया गया था, जिसमें उन्होंने अपनी पीड़ा बताई थी. NCB के जांच अधिकारी की ओर से अपने पहले बयान में कहा गया था कि खान ने जांच के लिए स्वेच्छा से जांचकर्ताओं को अपना फोन दिया था. NCB मुंबई से बाद में NCB एसआईटी ने जांच अपने हाथ में ली थी. खान ने एसआईटी को दिए अपने बयान में कहा था कि फोन का पासवर्ड देने से इनकार करने के बाद उनके फेस आईडी द्वारा फोन अनलॉक किया गया था और फोन खोलने के बाद उन्हें उनकी ड्रग चैट दिखाई गई.
आर्यन ने बताया था कि ये ड्रग चैट लॉस एंजिल्स, अमेरिका से थे. आर्यन खान ने कहा था कि वह अरबाज मर्चेंट को पिछले 05-07 साल से जानते हैं और वे दोनों एक अन्य आरोपी आचित कुमार के साथ मिलकर ऑनलाइन गेम खेलते थे.
बॉम्बे हाईकोर्ट से मिली थी जमानत आर्यन खान को बॉम्बे हाईकोर्ट ने जमानत दे दी थी और एनसीबी ने मामले की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया था. इसमें आर्यन खान ने कहा था कि वह अपने दोस्तों के साथ ग्रीन गेट के पास पहुंचे और उन्हें बोर्डिंग पास जारी नहीं किया गया. खान ने कहा था कि वह एक वीआईपी गेस्ट थे और उन्होंने कॉर्डेलिया क्रूज कार्यक्रम से दो दिन पहले इसकी प्लानिंग की थी.
आर्यन खान ने खुलासा किया था कि सुरक्षा जांच के बाद उनके बैग की तलाशी ली गई, लेकिन बैग में कुछ नहीं मिला. खान को एनसीबी मुंबई के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने बताया था कि ड्रग को उनके दोस्त अरबाज से बरामद किया गया.
ड्रग का कोड नाम दोखा था आर्यन खान ने बाद में अपना फोन नंबर साझा किया जिनका वह पिछले 04-05 वर्षों से इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने अपने फोन और आईपैड का पासवर्ड भी बताया. (हालांकि वह गलत पाया गया). आर्यन खान ने स्वीकार किया कि उनके मोबाइल पर मिले ड्रग चैट उनके द्वारा किए गए थे. उन्होंने ड्रग खरीद के लिए आचित (आर्यन का दोस्त जिसे चार्जशीट किया गया है) के साथ अपने व्हाट्सएप चैट को भी स्वीकार किया था.
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