आतंकी संगठन से पीडीपी नेता वहीद पेरा की ईमेल पर बातचीत! J-K पुलिस ने किया गूगल से संपर्क
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पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के यूथ विंग के अध्यक्ष वहीद पेरा की ओर से पकिस्तान स्थित हुर्रियत को भेजे गए ईमेल की जानकारी लेने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गूगल से सम्पर्क किया है.
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कथित तौर पर गिरफ्तार किये गये पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के यूथ विंग के अध्यक्ष वहीद पेरा की ओर से पाकिस्तान स्थित हुर्रियत को भेजे गए ईमेल की जानकारी लेने के लिए गूगल से सम्पर्क किया है. जानकारी के मुताबिक वहीद के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया है, जिसमें कहा गया है कि उन्होंने कथित तौर पर राजनीतिक लाभ के लिए आतंकवादियों के साथ गठजोड़ स्थापित किया और उन्हें कई तरह की सहायता और समर्थन प्रदान किया. इस वजह से घाटी में आतंकवादी हमले हुए. काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर (CIK) विंग ने जानकारी देते हुए बताया कि दायर चार्जशीट में कहा गया है, "जांच के दौरान, यह पाया गया कि आरोपी पाकिस्तान स्थित अलगाववादी और आतंकवादी नेताओं से निर्देश और सलाह प्राप्त करता था और कार्रवाई की रिपोर्ट और आतंकवाद और अलगाववाद को आगे बढ़ाने के लिए कई सूचनाओं का संचार करता था." इस महीने की शुरुआत में श्रीनगर में एक अदालत के सामने पेश किए गए आरोप पत्र में कहा गया है कि पेरा कई ईमेल सेवाओं के जरिये जानकारी शेयर करता था, जिनमें से तीन को रिकॉर्ड में लाया गया है. वहीं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया है कि पुलिस पेरा को प्रताड़ित कर रही है और उनके साथ अमानवीय व्यवहार भी कर रही है. महबूबा मुफ्ती ने इससे पहले ट्वीट करते हुए कहा था कि पेरा को झूठे आरोपों को स्वीकार करने के लिए सताया और प्रताड़ित किया जा रहा था. चूंकि ऐसा हो ना सका तो उनके साथ अमानवीय बर्ताव किया जा रहा है. यह जांच पहले दिन से ही राजनीति से प्रेरित है.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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