आज का दिन: चुनावी मैदान में आमने सामने हैं शुभेंदु अधिकारी-ममता बनर्जी, कैसा रहेगा रण?
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2016 के विधानसभा चुनाव में टीएमसी की तरफ से लड़ते हुए सुवेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम की सीट से फतह हासिल की थी लेकिन इस बार क्या होता है ये तो आगे पता चलेगा लेकिन फिलहाल ममता बैनर्जी ने नंदीग्राम में ही अपना आसन जमा लिया है और कहा है कि अब वह चुनाव के बाद ही नंदीग्राम से जाएंगी.
एक अप्रैल को बंगाल में तीस सीटों पर दूसरे चरण का चुनाव होना है. और चुनाव की इसी आपा धापी को देखते हुए हर एक पार्टी अलग अलग तरीके से एक दूसरे पर हमलावर होती दिख रही है. दावा है ऑडियो जारी कर बीजेपी ने ममता पर उनके एक कार्यकर्ता प्रलयपाल को भरमाने की कोशिश की तो वहीं टीएमसी ने मुकुल रॉय का ऑडियो जारी कर बीजेपी पर चुनाव आयोग को प्रभावित करने का आरोप लगाया. दूसरे चरण के चुनाव में सबकी नज़र नंदीग्राम की सीट पर टिकी है जहां से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी उतरी हैं तो दूसरी ओर भाजपा की तरफ से मैदान में सुवेंदु अधिकारी हैं. 2016 के विधानसभा चुनाव में टीएमसी की तरफ से लड़ते हुए सुवेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम की सीट से फतह हासिल की थी लेकिन इस बार क्या होता है ये तो आगे पता चलेगा लेकिन फिलहाल ममता बैनर्जी ने नंदीग्राम में ही अपना आसन जमा लिया है और कहा है कि अब वह चुनाव के बाद ही नंदीग्राम से जाएंगी. दूसरी तरफ अमित शाह भी 30 मार्च को नंदीग्राम में सुवेंदु अधिकारी के लिए रोड शो करने वाले हैं. तो ममता के इस रवैये क्या मतलब है, क्या ममता अपनी जीत को लेकर असमंजस में दिख रही हैं और क्या वो ये स्वीकार कर रही हैं कि सुवेंदु अधिकारी से उन्हें कड़ी टक्कर मिलने वाली है.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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