आज का दिन: कब से शुरू होगा 5G, कीमत और टारगेट सिटी कौन सी होंगी?
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कब से शुरू होगा 5G? क्या साथ आएंगी TMC और कांग्रेस? भारत के माहौल में ढल पाएंगे अफ़्रीकी चीते? सुनिए आजतक रेडियो का मॉर्निंग न्यूज पॉडकास्ट 'आज का दिन'
आजतक रेडियो पर हम रोज लाते हैं देश का पहला मॉर्निंग न्यूज़ पॉडकास्ट ‘आज का दिन’ जहां आप हर सुबह अपने काम की शुरुआत करते हुए सुन सकते हैं आपके काम की खबरें और उन पर क्विक एनालिसिस. साथ ही, सुबह के अखबारों की सुर्खियां और आज की तारीख में जो घटा, उसका हिसाब किताब. जानिए, आज के एपिसोड में हमारे पॉडकास्टर अमन गुप्ता किन ख़बरों पर बात कर रहे हैं?
कब से शुरू होगा 5G?
भारत ने कल 5G की सबसे अहम प्रक्रिया पूरी कर ली. और वो थी नीलामी की. सात दिन तक स्पेक्ट्रम की बोली लगी. चार कम्पनियां थीं - जियो, एयरटेल, वोडाफोन-आईडिया और अडानी नेटवर्क. करीब-करीब 1.5 लाख करोड़ की कीमत के 5G स्पेक्ट्रम इन चारों कम्पनियों ने ख़रीद लिए हैं जो बकौल केंद्र में इलेक्ट्रॉनिक और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव 12 अगस्त तक अप्रूव और एलॉट कर दिये जायेंगे. कहानी का सार ये है कि इस बार की नीलामी 4G की तुलना में लगभग डबल और 3G के मुकाबले 3 गुना अधिक सरकार को रेवन्यू दिला रही है. नीलामी में जियो ने सबसे अधिक तकरीबन 88 हजार करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम खरीदें हैं. बहरहाल, और कम्पनियों के क्या हाल हैं, ख़ासकर अडानी ग्रुप पर सबकी निगाहें थी, उन्होंने क्या खरीदा है और ये जो स्पेक्ट्रम में भी 10 अलग-अलग तरह के बैंड थे, उनमें किस बैंड की चांदी रही? पहले चरण में इसकी क़ीमत और टारगेट सिटीज़ कौन सी होंगी?
क्या साथ आएंगी TMC और कांग्रेस?
पश्चिम बंगाल के हावड़ा में बड़ी मात्रा में नकदी, साथ में झारखंड कांग्रेस के 3 विधायक पकड़े गए. रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि ऐसा कर के झारखंड में हेमन्त सोरेन की सरकार को बचा लिया गया और यहां से ममता बैनर्जी की पार्टी टीएमसी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के करीब आने की कानाफूसी होने लगी. दरअसल, 4 अगस्त को ममता बनर्जी दिल्ली आ सकती हैं, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति से मुलाकात सम्भव है. अभी तक इस बात की कोई पुष्टि नहीं है कि ममता बनर्जी के दिल्ली दौरे में कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी से मुलाकात होगी या नहीं. सवाल ऐसे में है कि फिर कैसे टीएमसी और कांग्रेस के बीच नज़दीकियों की बात होने लगी और करीब आने की ये राह क्या वाक़ई इतनी आसान है?
भारत के माहौल में ढल पाएंगे अफ़्रीकी चीते?
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.