
अवैध संबंध, शादी की जिद और मर्डर... मूवी देखकर किया शादीशुदा प्रेमिका का सिर धड़ से अलग, कत्ल के लिए बनाया था खास हथियार
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बहराइच का नानपारा थाना इलाके में एक नहर बहती है. उसी नहर के किनारे पुलिस को एक महिला की सिर कटी लाश मिली. लाश का सिर वहां था ही नहीं. 7 मार्च को सामने आई ये कत्ल की एक ऐसी पहेली थी, जिसका खुलासा एक कटे हुए सिर और एक अजीबोगरीब हथियार की बरामदगी के साथ हुआ.
Bahraich Sajroon Murder Case: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले से कत्ल का एक ऐसा सनसनीखेज मामला सामने आया, जिसने पुलिस को भी हैरान कर दिया. मामला एक महिला के कत्ल का है. जिसकी लाश पुलिस ने बरामद तो कर ली. लेकिन वो लाश ऐसी थी कि उसकी शिनाख्त मुमकिन नहीं थी, क्योंकि उस लाश का कोई चेहरा नहीं था. यानी लाश का सिर गायब था. बस इसी बात ने पुलिस को परेशानी में डाल दिया. लेकिन पुलिस ने जल्द ही उस लाश का सिर बरामद कर लिया और फिर कत्ल की इस वारदात का ऐसा खुलासा हुआ कि सब हैरान रह गए.
बहराइच का नानपारा थाना इलाके में एक नहर बहती है. उसी नहर के किनारे पुलिस को एक महिला की सिर कटी लाश मिली. लाश का सिर वहां था ही नहीं. 7 मार्च को सामने आई ये कत्ल की एक ऐसी पहेली थी, जिसका खुलासा एक कटे हुए सिर और एक अजीबोगरीब हथियार की बरामदगी के साथ हुआ. वो हथियार जिसे खास तौर पर एक कातिल ने अपने हाथों से सिर्फ इसलिए तैयार किया था, ताकि वो एक महिला की जान ले सके और इस हथियार को बनाने का आईडिया उसे एक साउथ इंडियन मूवी से मिला. नाम है- सालार.
तो साउथ इंडियन मूवी से आईडिया लेकर महिला की हत्या करने और लाश का सिर काट कर गायब करने की इस कहानी की शुरुआत नानपारा के इसी मुकाम से होती है. सुबह-सुबह जब लोगों ने महिला की ये लाश देखी, तो उन्होंने फौरन पुलिस को खबर दी. क्योंकि पहली ही नजर में मामला कत्ल का लग रहा था. महिला का सिर के साथ-साथ उसकी बांहे भी गायब थी. अब पुलिस मौके पर पहुंचती तो है कि बिना सिर और हाथ वाली इस लाश को देख कर उलझ जाती है. उसे समझ में नहीं आता कि आखिर वो इस मामले की तफ्तीश कैसे और कहां से शुरू करे.. खैर दिन ढलते-ढलते महिला की पहचान साफ हो जाती है. और पता चलता है कि वो बहराइच के करीबी जिले श्रावस्ती के चमरपुरवा गांव की रहने वाली थी. महिला का नाम था साजरून.
लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही था कि साजरून की ये हालत हुई कैसे? उसकी जान किसने ली? और लाश के सिर और बांहों को अलग-अलग कर किसने फेंका? तो पुलिस की तफ्तीश की शुरुआत साजरून के बारे में जानकारी जुटाने से ही हुई. पता चला कि साजरून का पति मुंबई में रह कर नौकरी करता है, जबकि साजरून अक्सर अपने मायके यानी गांव चमरपुरवा में ही रहती है. उसे 2 साल और 7 महीने के दो बच्चे भी हैं. लेकिन जांच में पुलिस को पता ये भी चला कि शादीशुदा साजरून का अपने ही गांव के पास रहने वाले आसिफ नाम के एक नौजवान से अफेयर भी था. तो क्या इस नौजवान ने ही साजरून की जान ली थी?
पुलिस इस सच्चाई का पता लगाने की कोशिश करती है और जल्द ही उसे दोनों के मोबाइल फोन की लोकेशन से पता चला कि 6 मार्च को ना सिर्फ साजरून और आसिफ के मोबाइल फोन की लोकेशन साथ-साथ थी, बल्कि वो साथ ही साथ नानपारा के उस नहर के किनारे भी गए थे. अब पुलिस का शक यकीन में बदल चुका था. मगर दिक्कत ये थी कि कत्ल के बाद पकड़े जाने के डर से आसिफ अब घर छोड़ कर गायब हो चुका था. हालांकि पुलिस ने उसे बहराइच के ही मथुरा पुल के पास से तब गिरफ्तार कर लिया, जब वो नेपाल भागने की कोशिश कर रहा था.
अब साजरून के कत्ल का मुल्जिम आसिफ गिरफ्तार तो हो चुका था, लेकिन कत्ल की असली कहानी सामने आनी बाकी थी. सवाल ये था कि आसिफ का अगर साजरून से अफेयर था, तो उसने उसकी जान क्यों ली? तो जवाब है शादी की जिद करना. गिरफ्तार आसिफ ने बताया कि चूंकि साजरून शादीशुदा थी, तो वो उससे शादी नहीं कर सकता था, लेकिन वो आसिफ से शादी करने की जिद पर अड़ी थी. जिसके बाद उससे पीछा छुड़ाने के लिए उसके दिमाग में साजरून को मार डालने का आईडिया आया.

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