
अमेरिका में डंप ट्रक से टकराने के बाद एमट्रैक ट्रेन पटरी से उतरी, हादसे में कई लोगों की मौत, 50 से ज्यादा घायल
AajTak
कंपनी के बयान के अनुसार, ट्रेन में लगभग 243 यात्री और चालक दल के 12 सदस्य सवार थे. हादसे के बाद कंपनी ने कहा कि स्थानीय अधिकारी यात्रियों की मदद कर रहे हैं.
अमेरिका के मिसौरी में सोमवार को डंप ट्रक से टकराने के बाद एक एमट्रैक ट्रेन पटरी से उतर गई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हादसे में कई लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं.
एमट्रैक मीडिया सेंटर ने अपनी वेबसाइट पर इस हादसे के बारे में जानकारी दी है. सेंटर ने लिखा, "27 जून को दोपहर 12:42 बजे सीटी, लॉस एंजिल्स से शिकागो तक जाने वाली साउथवेस्ट चीफ ट्रेन 4, BNSF ट्रैक पर पूर्व की ओर जाते समय एक ट्रक से टकरा गई. जिसके बाद ट्रेन के 8 डिब्बे और 2 इंजन पटरी से उतर गए. यह हादसा मिसौरी के पास मेंडन में हुआ."
ट्रेन में सवार थे 243 यात्री
कंपनी के बयान के अनुसार, ट्रेन में लगभग 243 यात्री और चालक दल के 12 सदस्य सवार थे. हादसे के बाद कंपनी ने कहा कि स्थानीय अधिकारी यात्रियों की मदद कर रहे हैं. कंपनी ने बताया, "इंसीडेंट रिस्पांस टीम को सक्रिय कर दिया गया है और हम अपने यात्रियों, कर्मचारियों और उनके परिवारों की मदद के लिए घटनास्थल पर आपातकालीन कर्मचारियों को तैनात कर रहे हैं." यात्रियों और कर्मचारियों की किसी भी तरह की मदद के लिए कंपनी की ओर से टोल-फ्री नंबर भी जारी कर दिया गया है.
मौतों की संख्या की जानकारी नहीं
वहां मौजूद एम्बुलेंस सेवा के अधीक्षक एरिक मैकेंज़ी ने सीएनएन को बताया कि इस हादसे में कई लोगों की मौत की सूचना है. इसके अलावा मिसौरी स्टेट हाईवे पेट्रोल ट्रूप बी के एक प्रवक्ता ने कहा कि अधिकारी अभी भी मौतों की संख्या का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि ट्रेन एक डंप ट्रक से टकरा गई थी, जिसके बाद ये हादसा हुआ है. उन्होंने यह भी बताया कि मामूली रूप से घायल हुए लोगों के लिए एक स्कूल को प्राइमरी हेल्थ सेंटर में बदल दिया गया है. राज्य के गवर्नर माइक पार्सन ने भी ट्वीट कर इस हादसे पर दुख जताया है.

पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने गुरुवार को बलूचिस्तान के दौरे पर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया है तो दूसरी ओर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) का कहना है कि ISPR द्वारा किए गए दावे झूठे हैं और पाक हार को छिपाने की नाकाम कोशिश कर रहा है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.