अमेरिका को भारी पड़े अफगानिस्तान में 20 साल, जानिए कितने अरब डॉलर और सैनिकों की कीमत चुकाई
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अमेरिकी सैनिक 20 वर्षों के बाद 31 अगस्त को अफगानिस्तान छोड़कर जा चुके हैं. अब अमेरिका का अफगानिस्तान में होना अतीत का एक किस्सा बन गया है. तालिबान सत्ता पर काबिज हो गया है. अमेरिका ने अपने हजारों नागरिकों को अफगानिस्तान में गंवा दिया. लेकिन हासिल क्या हुआ? अफगानिस्तान अब तक अस्थिर ही है.
अफगानिस्तान, अब अमेरिका के लिए अतीत में मिला ऐसा सबक है, जिसे वह याद नहीं करना चाहेगा. अमेरिका ने यहां सिर्फ गंवाया. अर्थव्यवस्था से लेकर नागरिकों के बलिदान तक, अमेरिका में अफगानिस्तान का हासिल शून्य है. 20 साल तक लगातार अफगानिस्तान की बांगडोर संभालने वाला अमेरिका, ऐसे लौटा कि उसके हाथ कुछ नहीं आया.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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