
अमेरिका के वर्जीनिया में ग्रेजुएशन सेरेमनी में अंधाधुंध फायरिंग, 2 की मौत; 19 साल का आरोपी गिरफ्तार
AajTak
अमेरिका के वर्जीनिया में मंगलवार को हाई स्कूल ग्रेजुएशन सेरेमनी में अंधाधुंध फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई. मरने वाले दोनों पुरुष थे. इनमें से एक की उम्र 18 साल और दूसरे की उम्र 36 साल थी. हालांकि, पुलिस का मानना है कि आरोपी एक मृतक को जानता था. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी के पास से कई हैंडगन भी बरामद किए हैं.
अमेरिका के वर्जीनिया में मंगलवार को हाई स्कूल ग्रेजुएशन सेरेमनी में अंधाधुंध फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई. इतना ही नहीं इस फायरिंग में 7 लोग जख्मी भी हुए हैं. पुलिस ने रिजमंड वर्जीनिया कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी के पास गोलीबारी के बाद एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने बताया कि संदिग्ध शख्स की उम्र 19 साल है. उसे हिरासत में ले लिया गया है. उस पर दूसरी डिग्री की हत्या के दो आरोप लगाए जाएंगे. फायरिंग में कुल सात लोग घायल हुए हैं.
पुलिस के मुताबिक, मरने वाले दोनों पुरुष थे. इनमें से एक की उम्र 18 साल और दूसरे की उम्र 36 साल थी. हालांकि, पुलिस का मानना है कि आरोपी एक मृतक को जानता था. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी के पास से कई हैंडगन भी बरामद किए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने लगभग 5:15 बजे गोलियों की आवाज सुनी. इसके बाद पुलिस को तैनात किया गया. इसके बाद घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. रिचमंड के मेयर लेवर स्टोनी ने कहा कि हम इसमें शामिल लोगों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए सब कुछ करेंगे.
रिचमंड पब्लिक स्कूल ने अपनी वेबसाइट पर जारी बयान में कहा कि फायरिंग मोनरो पार्क में हुई, जो थिएटर से सड़क के पार और कॉलेज परिसर से सटा है. यहां हाई स्कूल ग्रेजुएशन सेरेमनी के बाद फायरिंग हुई.

पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने गुरुवार को बलूचिस्तान के दौरे पर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया है तो दूसरी ओर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) का कहना है कि ISPR द्वारा किए गए दावे झूठे हैं और पाक हार को छिपाने की नाकाम कोशिश कर रहा है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.