
अमेरिका के मेक्सिको में खौफनाक वारदात, 10 साल के लड़के ने वीडियो गेम के लिए गोली मारकर हत्या की
AajTak
मेक्सिको के वेराक्रूज में 10 साल के एक लड़के ने वीडियो गेम के लिए 11 साल के लड़के की गोलीमार कर हत्या कर दी. इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गया. वहीं पीड़िता की मां ने कहा कि मेरे बेटे की मौत हो गई है, मुझे इंसाफ चाहिए. आरोपी के माता-पिता ने घर की टेबल पर गन छोड़ी थी, इसके लिए वही जिम्मेदार हैं.
अमेरिका के मेक्सिको में एक 10 साल के लड़के ने वीडियो गेम के लिए दूसरे लड़के की गोली मारकर हत्या कर दी. इस वारदात के बाद दोनों लड़कों के परिजन सदमे में हैं. स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक बच्चा इस वारदात के बाद मौके से भाग गया.
बताया जा रहा है कि दोनों एक दुकान पर हिंसक वीडियो गेम खेल रहे थे. इसी दौरान दोनों के बीच बहस हो गई. तभी 11 साल के लड़के ने आरोपी को पीट दिया. इसके बाद 10 साल के लड़का अचानक से उठा और अपने घर से बंदूक ले आया. उसने आननफानन में दूसरे लड़के पर गोली चला दी.
पीड़िता की मां ने कहा कि मैं सिर्फ यही चाहती हूं कि मुझे इंसाफ मिले. मेरे बेटे की मौत हो गई है. वह बेकसूर था, उसकी कोई गलती नहीं थी. मेरे बेटे को मारने वाले लड़के के माता-पिता अपने घर की टेबल पर बंदूक छोड़कर गए थे, इसके लिए वही जिम्मेदार हैं. मुझे न्याय दिलाने में मेरी मदद करें.
हाल ही में अमेरिका के वर्जीनिया में 6 साल के एक बच्चे ने अपने क्लासरूम में फायरिंग कर दी थी. गोली लगने से क्लास में पढ़ा रही शिक्षिका गंभीर रूप से घायल हो गई. ये घटना वर्जीनिया के रिचनेक एलीमेंट्री स्कूल में हुई हैं. हालांकि फायरिंग में किसी भी छात्र को चोट नहीं आई. स्थानीय पुलिस प्रमुख स्टीव ड्रू ने बताया कि फायरिंग करने वाला महज 6 साल का बच्चा है.
पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है. पुलिस ने कहा कि पीड़िता एक शिक्षिका है, उसकी उम्र 30 साल बताई जा रही है. महिला शिक्षक की हालत गोली लगने से गंभीर है. पुलिस ने कहा कि ये कोई हादसा नहीं था.
ये भी देखें

पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने गुरुवार को बलूचिस्तान के दौरे पर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया है तो दूसरी ओर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) का कहना है कि ISPR द्वारा किए गए दावे झूठे हैं और पाक हार को छिपाने की नाकाम कोशिश कर रहा है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.