'अब मैं रिटायरमेंट ले सकती हूं,' रैली में बेटे का भाषण सुनकर वसुंधरा राजे ने दिया राजनीति छोड़ने का संकेत?
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राजस्थान में चुनावी शोर के बीच पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बयान ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है. राजे ने झालावाड़ की एक रैली में कहा, मेरे बेटे (सांसद दुष्यंत सिंह) की बात सुनने के बाद मुझे लगता है कि अब संन्यास ले लेना चाहिए. माना जा रहा है कि क्या राजे संन्यास लेने जा रही हैं या अपनी सीएम उम्मीदवारी को मजबूत करने के लिए इमोशनल कार्ड खेला है?
राजस्थान में विधानसभा चुनाव का प्रचार जोरों पर है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को सीएम फेस के तौर पर देखा जा रहा है. इस बीच, शुक्रवार को राजे ने झालावाड़ में राजनीति छोड़ने का संकेत देकर चौंका दिया है. यहां अपने सांसद बेटे दुष्यंत सिंह का भाषण सुनने के बाद राजे ने बीजेपी की रैली को संबोधित किया. उन्होंने कहा, मेरे बेटे की बात सुनने के बाद मुझे लगता है कि अब रिटायरमेंट ले लेना चाहिए. राजे ने आगे कहा, आप सभी ने उसे इतनी अच्छी तरह प्रशिक्षित किया है कि मुझे उसे आगे बढ़ाने की जरूरत नहीं है. सभी विधायक यहां हैं और मुझे लगता है कि उन पर नजर रखने की कोई जरूरत नहीं है. क्योंकि वे अपने दम पर लोगों के लिए काम करेंगे.
बता दें कि राजस्थान में 200 सदस्यीय विधानसभा चुनाव में 25 नवंबर को मतदान है और 3 दिसंबर को वोटिंग होगी. पूर्व सीएम वसुंधरा राजे शनिवार को झालावाड़ विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी. इससे पहले शुक्रवार को उन्होंने पार्टी की रैली को संबोधित किया. यहां राजे के बेटे और झालावाड़-बारां लोकसभा सीट से सांसद दुष्यंत सिंह भी रैली में शामिल होने पहुंचे. उन्होंने सभा को संबोधित भी किया.
'राजे की भूमिका को लेकर अटकलें...'
दरअसल, राजस्थान में बीजेपी ने इस बार अपना मुख्यमंत्री चेहरा घोषित नहीं किया है. ऐसे में पिछले कई महीनों से बीजेपी के चुनाव जीतने पर राजे की भूमिका को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं. राजे पांच बार सांसद और चार बार विधायक रही हैं.
'राजे ने कहा, आज झालावाड़ के बारे में पूछा जाता है'
शुक्रवार को बैठक में उन्होंने क्षेत्र में तीन दशकों में कराए गए विकास कार्य गिनाए. राज ने सड़कों, जल आपूर्ति परियोजना, हवाई और रेल कनेक्टिविटी का जिक्र किया.उन्होंने कहा, आज लोग पूछते हैं कि झालावाड़ कहां है? लोग यहां निवेश करना चाहते हैं.
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