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अब बांग्लादेश के बच्चे नहीं पढ़ पाएंगे शेख हसीना के बयान...युनुस सरकार ने लिया सिलेबस बदलने का फैसला
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बांगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के पद से इस्तीफे और सरकार के गिरने के बाद, बांगलादेश के पाठ्यक्रम में महत्वपूर्ण बदलाव किए जा रहे हैं. राष्ट्रीय पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तक बोर्ड (NCTB) ने निर्णय लिया है कि आगामी शैक्षणिक वर्ष के लिए पाठ्यपुस्तकों से पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बयानों को हटा दिया जाएगा.
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख़ हसीना हिंसक आंदोलनों की वजह से अपने पद से इस्तीफ़ा देकर देश छोड़ भारत आ गई थीं. शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद बांगलादेश के स्कूली पाठ्यक्रम में बदलाव करने का फैसला लिया गया है. राष्ट्रीय पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तक बोर्ड (NCTB) के अनुसार, सरकार ने निर्णय लिया है कि अगले शैक्षणिक वर्ष में पाठ्यपुस्तकों से ऐसी जानकारी को हटाया जाएगा, जो ऐतिहासिक तथ्यों को बढ़ा-चढ़ा कर पेश करती हो या किसी व्यक्ति को जरूरत से ज्यादा महिमामंडित करती हो.
5 अगस्त को शेख हसीना सरकार के गिरने के बाद, NCTB ने 2025 में पुराने पाठ्यक्रम को बहाल करने का निर्णय लिया था. अधिकारियों ने कहा कि पुराने पाठ्यक्रम के तहत कक्षा 6 से 9 के पाठ्यपुस्तकों के साथ-साथ कक्षा 4 और 5 की पाठ्यपुस्तकों में आगामी शिक्षा वर्ष के लिए संशोधन किया जा रहा है, जबकि कक्षा 1 से 3 के पाठ्यक्रम में कोई बदलाव नहीं होगा.
किताबों की समीक्षा के लिए बनाए गए एक्सपर्ट पैनल
सरकार ने पाठ्यपुस्तकों में बदलाव को आसान बनाने के लिए 33 किताबों की समीक्षा के लिए विशेषज्ञ समितियां बनाई हैं. हर समिति में तीन से पांच विशेषज्ञ होंगे, जो NCTB और अंतरिम सरकार के निर्देशों के अनुसार इन किताबों की समीक्षा और संशोधन करेंगे.
पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के भाषण और बयान हटाए गए
NCTB सदस्य (पाठ्यक्रम) प्रोफेसर रॉबिउल कबीर चौधुरी ने बताया कि पुस्तकों में बदलाव की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और यह काम इस महीने के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है. इस प्रक्रिया में शामिल एक सदस्य ने दैनिक स्टार से कहा, "हमने जो पाठ्यपुस्तकें पिछली सरकार के कार्यकाल में लिखी गई थीं, उनमें पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के भाषणों और बयान शामिल थे, साथ ही अन्य अति-उत्थानकारी जानकारी भी थी. हमें ऐसी सामग्री को हटाने के निर्देश दिए गए हैं."
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