![अफगानिस्तान में बिगड़ रहे हालात, मजार-ए-शरीफ से स्टाफ और डिप्लोमैट को वापस बुलाएगा भारत](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202108/kabul_1-sixteen_nine.jpg)
अफगानिस्तान में बिगड़ रहे हालात, मजार-ए-शरीफ से स्टाफ और डिप्लोमैट को वापस बुलाएगा भारत
AajTak
अफगानिस्तान में हर दिन हालात बिगड़ते जा रहे हैं, इस बीच भारत सरकार ने अहम फैसला लिया है. अफगानिस्तान के मज़ार-ए-शरीफ में मौजूद कॉन्सुलेट में कार्यरत भारतीय कर्मचारियों को अब वापस बुलाया जाएगा.
अफगानिस्तान (Afghanistan) में हर दिन हालात बिगड़ते जा रहे हैं, इस बीच भारत सरकार (Indian Government) ने अहम फैसला लिया है. अफगानिस्तान के मज़ार-ए-शरीफ में मौजूद कॉन्सुलेट में कार्यरत भारतीय कर्मचारियों को अब वापस लाया जाएगा. अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते वर्चस्व को देखते हुए भारत ने ये फैसला लिया है कि भारत के सभी कर्मचारियों, अधिकारियों को मज़ार-ए-शरीफ से वापस बुलाया जाएगा. अफगानिस्तान में हर दिन के साथ हालात बिगड़ रहे हैं और तालिबानी लड़ाकों का कब्ज़ा बढ़ता जा रहा है. बीते दो-तीन दिनों में ही तालिबान ने अफगानिस्तान के पांच प्रांत की राजधानियों पर अपना कब्जा जमा लिया है. यही कारण है कि भारत अपने अधिकारियों को लेकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहता है. (2/2) Indian citizens desiring to leave by special flight should immediately convey their full name, passport number, date of expiry by whatsapp at the following numbers: 0785891303 0785891301![](/newspic/picid-1269750-20250214181736.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात ने दोनों नेताओं के बीच गहरी मित्रता को दर्शाया. ट्रंप ने मोदी को 'आई मिस यू' कहकर स्वागत किया, जबकि मोदी ने दोनों देशों के संबंधों को '1+1=111' बताया. दोनों नेताओं ने व्यापार, सुरक्षा और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. ट्रंप ने मोदी को 'महान नेता' और 'खास व्यक्ति' बताया. मोदी ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा. दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा की और शांति की आवश्यकता पर जोर दिया.
![](/newspic/picid-1269750-20250214171223.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात में दोस्ती और व्यापार पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की तारीफ की, लेकिन व्यापार मुद्दों पर तनाव बरकरार रहा. ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की, जो भारत के लिए चुनौती हो सकती है. मुलाकात में एफ-35 फाइटर जेट्स और तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर भी चर्चा हुई.
![](/newspic/picid-1269750-20250214141339.jpg)
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में दोनों देशों के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग पर गहन चर्चा की गई. इस चर्चा में अमेरिका ने भारत को F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट्स, स्ट्राइकर कॉम्बैट व्हीकल्स और जावलिन मिसाइल्स की पेशकश की. विशेषज्ञों का विचार है कि ये हथियार भारत की आत्मनिर्भरता नीति के सटीक अनुरूप नहीं हैं.
![](/newspic/picid-1269750-20250214112147.jpg)
रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने का ब्लू प्रिंट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगभग तैयार कर लिया है. इससे पहले ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यू्क्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बातचीत की. ट्रंप चाहते हैं कि नाटो में शामिल होने की जिद्द यूक्रेन छोड़ दे लेकिन जेलेंस्की ने अपने देश की सुरक्षा का हवाला दिया है.
![](/newspic/picid-1269750-20250214095639.jpg)
PM नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हुई मुलाकात में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई. आतंकवाद से निपटने में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बन गई, जिसमें ठाकुर हसन राणा के प्रत्यर्पण का विषय भी शामिल था. फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में भारत-अमेरिका के सहयोग पर भी वार्ता हुई, जहाँ अमेरिकी बाजार में भारतीय जेनेरिक दवाओं की भारी मांग है.