
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने तालिबान को दिया अल्टीमेटम, पाकिस्तान को भी लिया आड़े हाथों
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अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा है कि तालिबान के रवैया से लग रहा कि वो शांति स्थापित करने का इच्छुक नहीं है. आगे तालिबान के रुख के आधार पर ही सरकार निर्णय लेगी.
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा है कि तालिबान के रवैये से लग रहा कि वो शांति स्थापित करने का इच्छुक नहीं है. आगे तालिबान के रुख के आधार पर ही सरकार निर्णय लेगी. ईद के मौके पर अपने भाषण में अशरफ गनी ने कहा कि वार्ता के लिए दोहा में एक उच्च पदस्थ प्रतिनिधिमंडल भेजने का इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ अफगानिस्तान का फैसला एक अल्टीमेटम था. (फोटो-AP) राष्ट्रपति के इस भाषण से थोड़ी देर पहले ही काबुल में अति सुरक्षित प्रेसिडेंट पैलेस के पास रॉकेट दागे गए. रॉकेट अटैक के दौरान पैलेस परिसर में लोग नमाज अदा कर रहे थे. हालांकि, इस हमले के दौरान कोई हताहत नहीं हुआ. इसकी अभी किसी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है. सरकार में नंबर 2 की हैसियत रखने वाले अब्दुल्ला अब्दुल्ला मंगलवार को रॉकेट हमले के दौरान पैलेस के अंदर ही मौजूद थे. वह सोमवार को कतर में तालिबान के साथ शांति वार्ता के बाद से लौटे हैं. (फोटो-AP)
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने गुरुवार को बलूचिस्तान के दौरे पर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया है तो दूसरी ओर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) का कहना है कि ISPR द्वारा किए गए दावे झूठे हैं और पाक हार को छिपाने की नाकाम कोशिश कर रहा है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.