!['अगर हमारे नागरिक ने कुछ भी गलत किया है तो...', आतंकी पन्नू की हत्या की साजिश पर PM मोदी का पहला बयान](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202312/modi_reaction-sixteen_nine.jpg)
'अगर हमारे नागरिक ने कुछ भी गलत किया है तो...', आतंकी पन्नू की हत्या की साजिश पर PM मोदी का पहला बयान
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अमेरिका की ओर से भारतीय नागरिक पर लगाए गए गए गंभीर आरोप पर प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि वह अमेरिका द्वारा उपलब्ध कराए गए सबूतों पर गौर करेंगे. लेकिन इस तरह की घटनाओं से भारत-अमेरिका संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
अमेरिका की ओर से भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर लगाए गए गए गंभीर आरोप पर प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि अगर कोई भी देश हमें कोई जानकारी देता है तो हम निश्चित रूप से उस पर गौर करेंगे. अगर हमारे किसी भी नागरिक ने कुछ भी सही या गलत किया है तो हम उस पर गौर करने के लिए तैयार हैं. हमारी प्रतिबद्धता कानून के शासन के प्रति है.
अमेरिका ने हाल ही में निखिल गुप्ता पर अलगाववादी समूह सिख फॉर जस्टिस के जनरल काउंसिल गुरपतवंत सिंह पन्नून के खिलाफ हत्या की साजिश का आरोप लगाया है.
पीएम मोदी ने क्या कहा?
ब्रिटिश अखबार फाइनेंशियल टाइम्स को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि विदेशों में छिपे कुछ चरमपंथी समूह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में डराने-धमकाने और हिंसा भड़काने में लगे हुए हैं.
हाल ही में अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा था कि 52 साल का एक भारतीय नागरिक जो भारत सरकार का कर्मचारी भी है. उसने उत्तरी भारत में एक अलग सिख राष्ट्र की वकालत करने वाले न्यूयार्क शहर के निवासी (पन्नू) की हत्या की साजिश रची थी.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी सहयोग दोनों देशों के बीच साझेदारी का प्रमुख घटक रहा है. मुझे नहीं लगता है कि कुछ घटनाओं को दोनों देशों के राजनयिक संबंधों से जोड़ना उचित है. हमें इस तथ्य को स्वीकार करने की जरूरत है कि हम बहुपक्षवाद के युग में रह रहे हैं. दुनिया एक दूसरे से जुड़ी होने के साथ-साथ एक दूसरे पर निर्भर भी है. यह वास्तविकता ही हमें मजबूर करती है कि एक दूसरे के प्रति सहयोग के लिए सभी मामलों पर पूर्ण सहमति नहीं हो सकती है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात ने दोनों नेताओं के बीच गहरी मित्रता को दर्शाया. ट्रंप ने मोदी को 'आई मिस यू' कहकर स्वागत किया, जबकि मोदी ने दोनों देशों के संबंधों को '1+1=111' बताया. दोनों नेताओं ने व्यापार, सुरक्षा और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. ट्रंप ने मोदी को 'महान नेता' और 'खास व्यक्ति' बताया. मोदी ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा. दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा की और शांति की आवश्यकता पर जोर दिया.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात में दोस्ती और व्यापार पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की तारीफ की, लेकिन व्यापार मुद्दों पर तनाव बरकरार रहा. ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की, जो भारत के लिए चुनौती हो सकती है. मुलाकात में एफ-35 फाइटर जेट्स और तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर भी चर्चा हुई.
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में दोनों देशों के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग पर गहन चर्चा की गई. इस चर्चा में अमेरिका ने भारत को F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट्स, स्ट्राइकर कॉम्बैट व्हीकल्स और जावलिन मिसाइल्स की पेशकश की. विशेषज्ञों का विचार है कि ये हथियार भारत की आत्मनिर्भरता नीति के सटीक अनुरूप नहीं हैं.
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रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने का ब्लू प्रिंट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगभग तैयार कर लिया है. इससे पहले ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यू्क्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बातचीत की. ट्रंप चाहते हैं कि नाटो में शामिल होने की जिद्द यूक्रेन छोड़ दे लेकिन जेलेंस्की ने अपने देश की सुरक्षा का हवाला दिया है.
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PM नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हुई मुलाकात में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई. आतंकवाद से निपटने में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बन गई, जिसमें ठाकुर हसन राणा के प्रत्यर्पण का विषय भी शामिल था. फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में भारत-अमेरिका के सहयोग पर भी वार्ता हुई, जहाँ अमेरिकी बाजार में भारतीय जेनेरिक दवाओं की भारी मांग है.