World Exclusive: अफगानिस्तान के पंजशीर पहुंचा आजतक, पढ़ें- ग्राउंड रिपोर्ट
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अफगानिस्तान पर कब्जा कर चुके तालिबान की नज़रें पंजशीर इलाके पर हैं, लेकिन इस ज़मीन को जीतना इतना आसान नहीं हैं. जिस पंजशीर (Panjshir) पर दुनिया की नज़रें टिकी हैं, वहां के ताज़ा हालात क्या हैं. आजतक की इस खास ग्राउंड रिपोर्ट में समझिए...
पांच शेरों की ज़मीन, वो जगह जहां कोई बाहरी नहीं घुस सका, वो जगह जिसे जीतने में तालिबानी अभी तक सफल नहीं हो सके. अफगानिस्तान (Afghanistan) का पंजशीर इलाका, जहां से रूस-तालिबान को मात देने वाले अहमद शाह मसूद आते हैं. अफगानिस्तान पर कब्जा कर चुके तालिबान की नज़रें अब इसी इलाके पर हैं, लेकिन इस ज़मीन को जीतना इतना आसान नहीं हैं. जिस पंजशीर (Panjshir) पर दुनिया की नज़रें टिकी हैं, वहां के ताज़ा हालात क्या हैं. पंजशीर से आजतक के अहमद नावेद की इस खास ग्राउंड रिपोर्ट में समझिए... हिन्दुकश की पहाड़ियों के बीच मौजूद पंजशीर का इलाका एक अभेद्य किला है. ऊंचे पहाड़, संकरी वादियां और पंजशीर नदियां, इस इलाके को सुरक्षा देती हैं. इस इलाके की ओर से जाने वाली हर सड़क पर नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाके मौजूद मिलेंगे, जो ‘पंजशीर के शेर’ अहमद शाह मसूद को देख कर बढ़े हुए हैं. वही अहमद शाह मसूद जिन्होंने पहले सोवियत यूनियन को हराया और बाद में तालिबानियों को खदेड़ दिया. पॉपुलर रेसिस्टेंस फ्रंट के कमांडर अमीर अकमल का कहना है कि हमारे फ्रंट में जो अधिकतर लड़ाके हैं, वह युवा हैं. ये वो सैनिक हैं, जो सभी के लिए योग्य सिस्टम की चाहत रखते हैं. हमारे पास युद्ध लड़ने के लिए हर तरह की चीज़ मौजूद है, ऐसे में हम तालिबान (Taliban) के खिलाफ जंग के लिए तैयार हैं. नॉर्दर्न एलायंस के सभी लड़ाकों की आवाज़ कुछ इसी प्रकार की है, जो तालिबान के सामने झुकने से इनकार करते हैं.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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