WhatsApp वॉयस और वीडियो कॉल के समय खत्म हो जाता है सारा डाटा, करें ये काम, फिर आराम से करें बातें
Zee News
यदि आप अपने डाटा की खपत को और भी कम करना चाहते हैं, तो आप इमेज, वीडियो और डॉक्यूमेंट्स के ऑटो-डाउनलोड को रोक सकते हैं. जब आप मीडिया और डॉक्यूमेंट्स के ऑटो-डाउनलोड को रोकते हैं तब भी आप सभी वीडियो, इमेज और डॉक्यूमेंट्स देख पाएंगे.
नई दिल्ली: रोजाना लाखों लोग WhatsApp का इस्तेमाल बिजनेस, कलीग्स, मित्रों और परिवार के सदस्यों के साथ मैसेज, वॉयस कॉल और वीडियो कॉल के माध्यम से चैट करने के लिए करते हैं. WhatsApp द्वारा शेयर किए गए डाटा के अनुसार, प्रतिदिन 100 बिलियन से अधिक पर्सनल मैसेज एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड होते हैं और हर दिन इसके प्लेटफॉर्म पर शेयर किए जाते हैं. हालांकि कंपनी ने अपने प्लेटफॉर्म पर की जाने वाली कॉल, वीडियो या वॉयस कॉल की संख्या शेयर नहीं की, लेकिन यह सब जानते हैं कि यह तादाद काफी अधिक है. WhatsApp मैसेंजर ऐप तो डाउनलोड करने के लिए फ्री है, लेकिन कई लोगों की चिंता इसके डाटा की खपत और बिल को लेकर होती है. Whatsapp वीडियो, वॉयस कॉल पर डाटा उपयोग कैसे कम किया जाए, यह सबके लिए जरूरी प्रश्न होता है. हम आपको स्टेप-बाई-स्टेप तरीका बताएंगे कि किस तरह आप WhatsApp वॉयस, वीडियो कॉल पर डाटा की खपत कम कर सकते हैं. -अपने Android या Apple स्मार्टफोन पर WhatsApp ओपन करें. -ऐप के बॉटम में राइट कॉर्नर में सेटिंग बटन पर टैप करें. -अब डाटा और स्टोरेज विकल्प पर टैप करें. -अब, 'यूज लैस डेटा फॉर कॉल्स ऑप्शन' बटन को टॉगल करें.Shagun Yojana: बेटियों की शादी पर सरकार दे रही 31,000 रुपये की मदद, जानिए- किस विभाग में मिलना होगा?
Shagun Yojana ki Jankari: राज्य सरकार की ओर से गरीब परिवारों को बेटियों की शादी पर शगुन दिया जाता रहा है. योजना का मुख्य उद्देश्य 18 वर्ष से अधिक आयु के बीपीएल परिवारों की लड़कियों और महिलाओं पर बेटियों की शादी का बोझ कम करके उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है.
How to apply for internship scheme: स्कीम के तहत पात्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पूरा करने वाले छात्र हैं. इनमें ITI प्रमाणपत्र रखने वाले, पॉलिटेक्निक संस्थानों से डिप्लोमा रखने वाले या स्नातक की डिग्री रखने वाले लोग शामिल हैं. इन्हें ही आवेदन करने की पात्रता है. यह कार्यक्रम विशेष रूप से 21 से 24 वर्ष की आयु के भारतीय नागरिकों के लिए डिजाइन किया गया है जो वर्तमान में फुल टाइम रोजगार या शिक्षा में नहीं हैं.