WhatsApp पर लगाई दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी की डीपी, OSD से ठग लिए 2 लाख रुपये
AajTak
Delhi News: दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) रणवीर सिंह की वॉट्सएप डीपी लगाकर आरोपी ने मैसेज किया, '2 लाख रुपये की तत्काल जरूरत है...' OSD ने इसे अपने बॉस का मैसेज का मानकर ₹2 लाख गिफ्ट वाउचर ई-मेल कर दिए. बाद में पीड़ित में अपने बॉस से रुपयों को लेकर बातचीत की तो इस ठगी का पता चला.
देश में साइबर क्राइम के रोज नए मामले सामने आ रहे हैं. ताजा मामला में दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) रणवीर सिंह के नाम पर उनके विशेष कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी (OSD) से 2 लाख रुपये की ठगी कर ली गई. जालसाज ने चुनाव अधिकारी की बाकायदा तस्वीर अपने व्हाट्सएप नंबर के स्टेटस पर भी लगा रखी थी और फिर ओएसडी को मैसेज किया और ₹2 लाख ठग लिए. पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज की है. दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है.
शिकायतकर्ता 46 साल जितेंद्र लाल गुप्ता मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणवीर सिंह के ओएसडी हैं. अपनी शिकायत में पीड़ित ने बताया कि उनके व्हाट्सएप पर अनजान नंबर से मैसेज आया था.
डीपी पर आरोपी ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणवीर सिंह की तस्वीर लगा रखी थी, जिसके बाद पीड़ित ने इस मैसेज को अपने बॉस का मैसेज मान लिया. फिर थोड़ी देर व्हाट्सएप पर चैट हुई, जिसमें आरोपी ने चैट में लिखा कि उसे ₹2 लाख की जरूरत है. जिसके बाद ओएसडी ने ₹2 लाख के गिफ्ट वाउचर ई-मेल कर दिए.
इतना ही नहीं, आरोपी ने जितेंद्र को बताया कि वह मीटिंग में बिजी हैं. लिहाजा जल्दी से ये काम कर दे. जिसके बाद ओएसडी के पास ₹2 लाख के अमेज़न गिफ्ट वाउचर (amazon gift voucher) का लिंक आया. मैसेज के साथ में एक लिंक लगा हुआ था. उस लिंक पर क्लिक करते ही जितेंद्र का अमेज़न अकाउंट ब्लॉक हो गया और देखते ही देखते उनके अकाउंट से ₹2 लाख के गिफ्ट वाउचर खरीद लिए गए. यह भुगतान उनके बैंक खाते से हुआ. बाद में पीड़ित में अपने बॉस से पूछा तो इस ठगी का पता चला.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.