
Turkey Earthquake: तुर्की में राहत अभियान के दौरान चमत्कार, 5 दिन बाद मलबे से जीवित निकाले गए 2 मासूम बच्चे
AajTak
भूकंप प्रभावित तुर्की के मारस में राहत अभियान के दौरान चमत्कार देखने को मिला. दरअसल यहां मलबे में बदली एक मल्टीस्टोरी बिल्डिंग से 5 दिन से दबे 3 में से 2 बच्चों को जीवित बाहर निकाला गया है. मारस में सौ से अधिक मौतें हुई हैं जबकि हजार से ज्यादा लोग लापता हैं.
तुर्की और सीरिया में आए भयंकर भूकंप ने सबसे अधिक प्रभावित हुए तुर्की के मारस में राहत अभियान के दौरान चमत्कार देखने को मिला. दरअसल यहां मलबे में बदली एक मल्टीस्टोरी बिल्डिंग से 5 दिन से दबे 3 में से 2 बच्चों को जीवित बाहर निकाला गया है.
मारस में सौ से अधिक मौतें हुई हैं जबकि हजार से ज्यादा लोग लापता हैं. सबसे ज्यादा तबाही शहर मारस में हुई है. यहां के फुटबॉल स्टेडियम को टेंट सिटी में तबदील कर दिया गया है, जहां हजारों की संख्या में घर नष्ट होने के कारण लोग विस्थापित हुए हैं.
24 हजार से ज्यादा मौतें
तुर्की और सीरिया में आए भूकंप के बाद मरने वालों की तादाद बढ़ती ही जा रही है. दोनों देशों में मिलाकर अब तक 24 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. मलबा हटाने का काम अब भी जारी है. मरने वालों का आंकड़ा और बढ़ सकता है. रेस्क्यू ऑपरेशन के आगे बढ़ने के साथ-साथ मरने वालों की तादाद में भी इजाफा होता जा रहा है.
कई के मलबे में दबे होने की आशंका
कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि भूकंप के कारण जान गंवाने वालों की संख्या इससे कहीं ज्यादा हो सकती है. इस वक्त हजारों लोग भूकंप प्रभावित इलाकों में अस्पताल में भर्ती हैं. अब भी कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.