
Tokyo Olympics 2020: सिल्वर-ब्रॉन्ज जीतने पर भी चीनी खिलाड़ियों की क्यों हो रही बेइज्जती?
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कहा जा रहा है कि टोक्यो ओलंपिक में चीनी खिलाड़ियों पर बेहतर प्रदर्शन को लेकर जितना दबाव है, उतना कभी नहीं रहा. गोल्ड से कम किसी भी मेडल पर चीन के खिलाड़ियों को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है और उनकी देशभक्ति तक पर सवाल उठाए जा रहे हैं.
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक में गुरुवार को कांस्य पदक जीता तो पूरा देश खुशी से झूम उठा. टोक्यो ओलंपिक में भारत के खाते में अब तक कुल पांच पदक आए हैं जिनमें से दो रजत पदक और तीन कांस्य पदक हैं. हालांकि, जीत के जश्न के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर के एक ट्वीट पर नई बहस शुरू हो गई. शशि थरूर ने ट्वीट किया, भारत में हम ओलंपिक में कुछ कांस्य पदक जीतने पर जश्न मना रहे हैं जबकि चीन के अतिराष्ट्रवादी लोग अपने खिलाड़ियों के रजत पदक जीतने पर भी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. (सभी तस्वीरें- गेटी इमेजेस) वहीं, उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने खेल भावना की वकालत की. उन्होंने लिखा, रजत और कांस्य पदक जीतने वाले चीनी एथलीट को अपने देश में ट्रोलिंग का शिकार होना पड़ रहा है. हम मेडल के मामले में भले ही बहुत पीछे हैं लेकिन मुझे गर्व है कि हम खेल भावना के साथ हैं जहां पर खेल में हिस्सा लेना ज्यादा मायने रखता है.More Related News

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