Target Killing in Kashmir: कब और कैसे रुकेगी कश्मीर में हिंदुओं की टारगेट किलिंग? जानें क्या है प्लान
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कानपुर दंगा पुलिस के कंट्रोल में है लेकिन कश्मीर के आतंकी अब भी खुली हवा में घूम रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में जिस तरह से घाटी में टारगेट किलिंग की जा रही है उसके विरोध में जम्मू से लेकर दिल्ली तक विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. इन घटनाओं से लोगों के दिल में दुख और आंखों में आक्रोश है. ये लोग आज सरकार से सवाल पूछ रहे हैं कि आख़िर कश्मीर में हिंदुओं की हत्या का सिलसिला कब रुकेगा. पिछले कुछ दिनों में कश्मीर में हो रही टारगेट किलिंग ने घाटी के लोगों में दहशत बढ़ा दी है इसलिए जम्मू की सड़कों से लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर लोगों आक्रोश में हैं. देखें वीडियो.
पाकिस्तान में इमरान खान की अपील पर उनके समर्थक विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. वे डी-चौक तक मार्च करना चाहते थे, लेकिन उन्हें कंटेनर लगाकर बीच में ही रोक दिया गया है. दरअसल, इस क्षेत्र में संसद, पीएम और राष्ट्रपति का कार्यालय, और सुप्रीम कोर्ट भी है. यहां से एक चौंका देने वाला वीडियो सामने आया है, जहां सेना के जवान ने नमाज पढ़ रहे एक शख्स को कंटेनर से नीचे फेंक दिया.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हम लगेज पॉलिसी लेकर आए हैं, जब भी हम कुछ लागू करते हैं, तो हमें सुझाव मिलते हैं, जनता की मांग थी कि दूध और सब्जी का उत्पादन करने वाले या सप्लाई करने वाले किसानों को हमारी बसों में रियायत दी जाए, हमने उनकी मांग को स्वीकार किया और दूध और सब्जी सप्लायरों के लिए टिकट हटा दिए हैं.
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एहतियाती उपायों की समीक्षा के लिए सचिवालय में हाईलेवल बैठक बुलाई. इस दौरान भारी बारिश की संभावना वाले क्षेत्रों में NDRF और SDRF की टीमों को तैनात करने का निर्देश दिया. कुल 17 टीमों को तैनात किया गया है, इसमें चेन्नई, तिरुवरुर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम और कुड्डालोर और तंजावुर जिले शामिल हैं.
हिंदू संगठन 'बांग्लादेश सम्मिलित सनातनी जागरण जोते' एक बयान में कहा कि वकील सैफुल इस्लाम की हत्या में कोई सनातनी शामिल नहीं है. एक समूह सुनियोजित हत्या को अंजाम देकर सनातनियों पर दोष मढ़ने की कोशिश की जा रही है. हिंदू संगठन ने चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की तत्काल बिना शर्त रिहाई और चिटगांव हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की है.