![Taliban In Afghanistan: तालिबान इतना धनवान कैसे बन गया, जंग के लिए कहां से आ रहा पैसा?](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/photo_gallery/202108/taliban-gettyimages-1233515197-594x594-sixteen_nine.jpg)
Taliban In Afghanistan: तालिबान इतना धनवान कैसे बन गया, जंग के लिए कहां से आ रहा पैसा?
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नब्बे के दशक वाला तालिबान 2021 में टेलीविजन पर बिल्कुन नायाब नजर आ रहा है. इसमें कोई संदेह नहीं है कि टेलीकॉस्ट की गुणवत्ता में सुधार हुआ है, लेकिन तालिबान लड़ाकों के वेशभूषा और उनके काम करने के तौर-तरीके में बड़ा बदलाव नजर आ रहा है.
नब्बे के दशक वाला तालिबान 2021 में टेलीविजन पर बिल्कुन नायाब नजर आ रहा है. इसमें कोई संदेह नहीं है कि टेलीकॉस्ट की गुणवत्ता में सुधार हुआ है, लेकिन तालिबान लड़ाकों की वेशभूषा और उनके काम करने के तौर-तरीकों में बड़ा बदलाव नजर आ रहा है. तालिबान के हथियार एकदम नए और चमकदार दिखते हैं; उनकी लड़ाकू गाड़ियां आधुनिक हैं; तालिबान लड़ाके जो पोशाक पहनते हैं वे साफ और नए दिखते हैं; उनका साफ-सुथरा पहनावा पुराने जमाने के ड्रेस से अलग बिल्कुल नई डिजाइन के नजर आते हैं. (फोटो-Getty Images) कुल मिलाकर 2021 का तालिबान बावला नजर नहीं आता है, जहां वो अफगानिस्तान में अपने बर्बर शासन के दौरान अव्यवस्थित, बेढंगा नजर आते थे, और हर बात पर महिलाओं और पुरुषों को बेंत मारते दिखते थे. हालांकि ऐसा नहीं है कि उनके बर्बर कृत्यों में कोई बहुत बड़ा बदलाव आ गया है, उनके कब्जे वाले कई प्रांतों में बालिका विद्यालय चल रहे हैं तो यह भी सही है कि तालिबान लड़ाके कई जगहों पर पुराने तरीके से व्यवस्था को चला रहे हैं. लेकिन फिर भी उनके रहन-सहन और काम के तरीके में तब्दीली दिख रही है. (फोटो-Getty Images)![](/newspic/picid-1269750-20250214181736.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात ने दोनों नेताओं के बीच गहरी मित्रता को दर्शाया. ट्रंप ने मोदी को 'आई मिस यू' कहकर स्वागत किया, जबकि मोदी ने दोनों देशों के संबंधों को '1+1=111' बताया. दोनों नेताओं ने व्यापार, सुरक्षा और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. ट्रंप ने मोदी को 'महान नेता' और 'खास व्यक्ति' बताया. मोदी ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा. दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा की और शांति की आवश्यकता पर जोर दिया.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात में दोस्ती और व्यापार पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की तारीफ की, लेकिन व्यापार मुद्दों पर तनाव बरकरार रहा. ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की, जो भारत के लिए चुनौती हो सकती है. मुलाकात में एफ-35 फाइटर जेट्स और तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर भी चर्चा हुई.
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में दोनों देशों के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग पर गहन चर्चा की गई. इस चर्चा में अमेरिका ने भारत को F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट्स, स्ट्राइकर कॉम्बैट व्हीकल्स और जावलिन मिसाइल्स की पेशकश की. विशेषज्ञों का विचार है कि ये हथियार भारत की आत्मनिर्भरता नीति के सटीक अनुरूप नहीं हैं.
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रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने का ब्लू प्रिंट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगभग तैयार कर लिया है. इससे पहले ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यू्क्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बातचीत की. ट्रंप चाहते हैं कि नाटो में शामिल होने की जिद्द यूक्रेन छोड़ दे लेकिन जेलेंस्की ने अपने देश की सुरक्षा का हवाला दिया है.
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PM नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हुई मुलाकात में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई. आतंकवाद से निपटने में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बन गई, जिसमें ठाकुर हसन राणा के प्रत्यर्पण का विषय भी शामिल था. फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में भारत-अमेरिका के सहयोग पर भी वार्ता हुई, जहाँ अमेरिकी बाजार में भारतीय जेनेरिक दवाओं की भारी मांग है.