
Taliban राज में मजबूत हुए माफिया-भ्रष्टाचारी, देखें काबुल के मेयर की लाचारी
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सरकार चलाने में नाकाम साबित हो रहे तालिबान के आगे एक से बढकर एक चुनौतियां है और अब अनाड़ी तालिबान जिम्मेदारी से बचने के बहाने ढूंढ रहा है. करप्शन और माफिया सिंडिकेट का हवाला दे रहा है. उधर अंदरूनी कलह सरकार को एक कदम भी आगे नहीं बढ़ने दे रही. उम्मीदों का आसमान सजाकर अपने असली इरादों को छुपाकर और पाकिस्तान जैसी विदेशी ताकतों की मदद से तालिबान ने सत्ता तो कब्जा ली लेकिन अब सरकार चलाना और अफगानिस्तान की उम्मीदों पर खरा उतरना उसके बस से बाहर लग रहा है. अफगानिस्तान के मेयर का कहना है कि हम बडी चुनौतियां झेल रहे है. जमीनों पर कब्जे हो रहे हैं, माफिया और भ्रष्टाचारी मजबूत हो गए हैं. उनका शिकंजा किसी सरकार से भी ज्यादा मजबूत है, मजबूर होकर हमने निर्माण से जुड़े सारे काम रोक दिए हैं. ज्यादा जानकारी के लिए देखें वीडियो.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.