Share Market: सरकार ने अचानक दिया शेयर बाजार को झटका, जानें- क्या है मामला?
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Share Market: सरकार ने शेयर मार्केट के निवेशकों तगड़ा झटका दिया है. मार्केट आज गिरावट के साथ बंद हुआ. बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान में क्लोज हुए. बाजार में इन दिनों भारी उतार-चढ़ाव की स्थिति नजर आ रही है.
सरकार ने फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस ट्रेड पर सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) को 25 फीसदी तक बढ़ाने का ऐलान किया है. इस फैसले से ट्रेडर्स को जोरदार झटका लगा है, जिसका असर शुक्रवार को शेयर मार्केट की रफ्तार पर देखने को मिला. सरकार ने फाइनेंस बिल 2023 में संशोधन कर दिया है और इस बदलाव के बाद ऑप्शंस की बिक्री पर जहां पहले एक करोड़ के टर्नओवर पर 1700 रुपये टैक्स के रूप में देने पड़ते थे. अब ये रकम बढ़कर 2100 रुपये हो गई है. वहीं, फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट की बिक्री पर जहां एक करोड़ रुपये के टर्नओवर पर 10,000 रुपये का STT चुकाना पड़ता था. ये रकम अब बढ़कर 12,500 रुपये हो गई है.
निवेशकों के लिए बड़ा झटका
सरकार ने फाइनेंस बिल 2023 में फ्यूचर्स की बिक्री पर STT को 0.01 फीसदी से बढ़ाकर 0.021 फीसदी कर दिया है. वहीं, ऑप्शंस की बिक्री पर STT को 0.017 फीसदी से बढ़ाकर 0.021 फीसदी कर दिया गया है. मार्केट के जानकारों का कहना है कि ये निवेशकों के लिए बड़ा झटका है. इससे पहले नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने 'डू नॉट एक्सरसाइज' का ऑप्शन हटा दिया था. सरकार ने ऐसे समय में STT में बदलाव किया है, जब शेयर मार्केट उतार-चढ़ाव के दौर से गुजर रहा है.
सरकार को मिलेगा अधिक टैक्स
सरकार को इस बात की उम्मीद है कि फिस्किल ईयर 2024 में STT से 27,625 करोड़ रुपये का टैक्स मिलेगा. ये पिछले साल के रिवाइज बजट अनुमान के मुकाबले 10.5 फीसदी अधिक है. फिस्किल ईयर 2023 के बजट में 20,000 करोड़ रुपये STT कलेक्शन की उम्मीद थी. हालांकि, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी को इसे बढ़ाकर 25,000 करोड़ रुपये कर दिया था. फिस्किल ईयर 2022 में STT से सरकार को 23,191 करोड़ रुपये हासिल हुए थे.
शेयर मार्केट में अलग-अलग तरह के लेनदेन पर टैक्स लगाया जाता था. मार्केट में हुए कोई भी ट्रांजैक्शन, जिनमें इक्विटी या इक्विटी डेरिवेटिव जैसे फ्यूचर्स ऑप्शंस शामिल हों, उनपर STT लगता है.
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