
Russia-Ukraine War: यूक्रेन के मारियूपोल में केमिकल अटैक, रूसी सेना पर लाशें गायब करने का आरोप
AajTak
Russia-Ukraine War: यूक्रेन के मारियूपोल शहर में रूस पर केमिकल अटैक करने का आरोप लगा है. यूक्रेन के अधिकारियों का कहना है कि वहां लोगों को सांस लेने में दिक्कत आ रही है. वहीं, मारियूपोल के मेयर ने दावा किया है कि रूसी सेना लाशों को जला दे रही है.
Russia-Ukraine War: यूक्रेन के मारियूपोल में रूसी सेना की तबाही जारी है. मारियूपोल के मेयर वादिम बोयचेन्को ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए दावा किया है कि यहां रूसी सेना के हमलों में 10 हजार से ज्यादा आम नागरिक मारे गए हैं. उन्होंने आशंका जताई है कि ये आंकड़ा 20 हजार के पार भी जा सकता है. इसी बीच यूक्रेन ने मारियूपोल में रूस पर केमिकल अटैक करने का आरोप भी लगाया है.
यूक्रेन के गृह मंत्रालय के सलाहकार एंटन गेराश्चेन्को ने ट्वीट कर दावा किया है कि मारियूपोल में रूसी सेना ने केमिकल अटैक किया है. उन्होंने लिखा कि रूस ने इंसानियत की सारी हदें पार कर दी हैं और यूक्रेन अब भी हथियारों की मांग कर रहा है.
ATTENTION Chemical weapons are used against Ukrainian defenders in #Mariupol! russia openly crosses all boundaries of humanity and openly declares it, while Ukraine is still asking for heavy weapon #UkraineUnderAttack
वहीं, कीव सिटी काउंसिल की डिप्टी एलिना मिखाईलोवा ने भी ट्वीट कर केमिकल अटैक होने का दावा किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि रूसी सेना ने मारियूपोल में यूक्रेनी सेना और आम नागरिकों को टारगेट करते हुए एक जहरीला पदार्थ इस्तेमाल किया है. उनका दावा है कि रूसी सेना ने ये केमिकल ड्रोन के जरिए मारियूपोल पर गिराया है.
WARNING!!!#Mariupol About an hour ago, russain occupation forces used a poisonous substance of unknown origin against Ukrainian military and civilians in the city of Mariupol, which was dropped from an enemy UAV.
यूक्रेन की मीडिया कीव इंडिपेंडेंट ने ट्वीट कर बताया है कि इस हमले के बाद मारियूपोल में लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है. हालांकि, इसमें किस तरह का केमिकल इस्तेमाल किया गया है, इस बारे में अब तक जानकारी सामने नहीं आई है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.