Russia-Ukraine War: बिना ट्रेनिंग वाले सैनिकों को जंग के मैदान में भेजने को क्यों मजबूर हुआ रूस?
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रूस का मकसद क्या था इस युद्ध को करने का, उसने शुरुआत से ही स्पष्ट किया था कि नाटो का नाम ना ले जेलेंस्की. वहां डीमिलिट्राइजेशन डीनाजिफिकेशन की तरह की चीजें कही गई थी. लेकिन इसी क्रम में रूस आखिर कीव की घेराबंदी करते हुए भी आगे बढ़ रहा था. जिसकी वजह से ये अटकलें भी लगीं कि शायद रूस कीव पर कब्जा कर के अपदस्थ कर देना चाहता है जेलेंस्की को. लेकिन हुआ इसका उलटा बूचा, इरिपन जैसे शहरों से रूस की सेना को हटना पड़ा और बेलारूस की सीमा में जाना पड़ा. क्या रूस ने ऐसा इसलिए किया कि ये उसकी रणनीति थी या फिर पश्चिमी देशों की रिपोर्ट्स के अनुसार रूस के सैनित हतोत्साहित होने लगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च पुरस्कार 'डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया. इस सम्मान का आयोजन गुयाना में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित किया है. देखें...
इस सम्मान से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि गुयाना के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मैं मेरे मित्र राष्ट्रपति इरफान अली का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. ये सम्मान केवल मेरा ही नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है. यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण है जो हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा.
अमेरिका के कैलिफोर्निया स्टेट के लॉस एंजलेस शहर में यूएस इमिग्रेशन डिपार्टमेंट एक शख्स के ट्रैवल डॉक्यूमेंट चेक कर रहा था. उसके पास भारतीय पासपोर्ट था. पासपोर्ट पर उसका नाम भानू लिखा हुआ था. बाद में खुलासा हुआ कि भानू कोई और नहीं बल्कि लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई और दस लाख रुपये का इनामी आतंकवादी अनमोल बिश्नोई है.