Russia-Ukraine: जंग की आग में घी बनेगा बाइडेन का यूक्रेन बॉर्डर जाना! जानें क्यों मची दुनिया में हलचल
AajTak
सबसे बड़ी बात ये है कि 25 मार्च को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन नाटो समिट में हिस्सा लेने के लिए पोलैंड जा रहे हैं. युद्ध के दौरान इस दौरे से पहले व्हाइट हाउस ने आने वाले दिनों को लेकर बड़ा संकेत दे दिया है. तो क्या बाइडेन की यूरोप यात्रा को विश्वयुद्ध की प्रस्तावना माना जाए, या फिर बाइडेन ने अपने पत्ते खोल दिए है और पुतिन पर दबाव बनने की रणनीति अपनाई है? दरअसल युद्धकाल में अमेरिकी राष्ट्रपति का यूक्रेन बॉर्डर तक जाना, पुतिन को सीधा संदेश है कि वो यूक्रेन के साथ थे और आगे भी रहेंगे. अगर जरूरत पड़ी तो जंग के मैदान में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल होंगे, क्योंकि ये कमिटमेंट बाइडेन ने युद्ध शुरू होने के बाद ही कर दिया था.
क्या इजरायल के निशाने पर पाकिस्तान है? क्या पाकिस्तान के एटमी हथियारों को इजरायल तबाह करने का प्लान बना रहा है? क्या पाकिस्तान पर अमेरिकी बैन के पीछे इजरायल है? हमारा पड़ोसी देश भारत के अलावा अब इजरायल के खौफ में जीने को मजबूर है. पाकिस्तान को लग रहा है कि ईरान में सरकार बदलने के बाद पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को निशाना बनाया जाएगा. देखें वीडियो.
क्या इजरायल के निशाने पर पाकिस्तान है. क्या पाकिस्तान के एटमी हथियारों को इजरायल तबाह करने का प्लान बना रहा है. क्या पाकिस्तान पर अमेरिकी बैन के पीछे इजरायल है? हमारा पड़ोसी देश भारत के अलावा अब इजरायल के खौफ में जीने को मजबूर है. पाकिस्तान को ऐसा क्यों लग रहा है कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को निशाना बनाया जाएगा? देखें.
हिंसक प्रदर्शनों के बीच अगस्त में शेख हसीना की सरकार गिर गई, और उन्होंने भारत में शरण ली. फिलहाल बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस सरकार है, जो देश पर हसीना को लौटाने का दबाव बना रही है. हाल में एक बार फिर वहां के विदेश मंत्रालय ने राजनयिक नोट भेजते हुए पूर्व पीएम की वापसी की मांग की. भारत के पास अब क्या विकल्प हैं?