![Republic Day 2025: जश्न-ए-गणतंत्र का समापन, राष्ट्रपति मुर्मू को पीएम मोदी ने दी विदाई](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/video/202501/6795f2ac8c446-republic-day-celebration-263031617-16x9.png)
Republic Day 2025: जश्न-ए-गणतंत्र का समापन, राष्ट्रपति मुर्मू को पीएम मोदी ने दी विदाई
AajTak
भारत आज अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. आज ही के दिन भारतीय संविधान लागू हुआ था और भारत लोकतांत्रिक गणराज्य बना था. कर्तव्यपथ पर परेड के दौरान देश की बढ़ती सैन्य ताकत और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का भव्य प्रदर्शन हुआ. कार्यक्रम के समापन के बाद पीएम मोदी ने राष्ट्रपति मुर्मू को विदाई दी. देखें.
![](/newspic/picid-1269750-20250213115022.jpg)
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साई ने पूरी कैबिनेट के साथ प्रयागराज के महाकुंभ में स्नान किया. उन्होंने बताया कि हम सभी लोगों ने संगम में स्नान किया और छत्तीसगढ़ की खुशहाली के लिए कामना की. भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा 'जो लोग भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाते हैं उनसे उम्मीद नहीं.
![](/newspic/picid-1269750-20250213113415.jpg)
लोकसभा और राज्यसभा में वक्फ बोर्ड वाली जेपीसी रिपोर्ट पर जमकर हंगामा हुआ. दोनों जगह विपक्षी सांसदों ने खूब हंगामा किया. इसके साथ ही निर्मला सीतारमण ने न्यू इनकम टैक्स बिल पेश किया और स्पीकर ओम बिरला से इसे सदन की प्रवर समिति को भेजने का आग्रह किया. विपक्षी सदस्यों ने विधेयक को पेश किए जाने के चरण में विरोध किया, लेकिन सदन ने इसे पेश करने के लिए ध्वनिमत से प्रस्ताव पारित कर दिया.
![](/newspic/picid-1269750-20250213093701.jpg)
अवैध प्रवासियों को लेकर अमेरिका की डोनाल्ड ट्रंप सरकार बेहद सख्त रुख अपना रही है. हाल में भारत समेत कई देशों के घुसपैठियों को उसने बाहर का रास्ता दिखाया. ब्रिटेन भी इसी राह पर है. इस बीच हमारे यहां भी इमिग्रेशन एंड फॉरेनर्स बिल आ सकता है. इसमें अवैध रूप से सीमा पार करने वालों के लिए ज्यादा कड़ी सजाएं होंगी.
![](/newspic/picid-1269750-20250213091930.jpg)
दशकों की गुलामी से आजाद हुआ भारत अपने पैरों पर खड़ा होने की कोशिश कर रहा था. ऐसी स्थिति में भारत की उम्मीद भरी नजरें अमेरिका की तरफ थी. 1949 में प्रधानमंत्री नेहरू पहली बार अमेरिका के दौरे पर गए. भारत को आस थी कि दुनिया का सबसे ताकतवर मुल्क उनकी मदद करेगा लेकिन अमेरिका की ट्रूमैन सरकार को इसमें कोई खास दिलचस्पी नहीं थी.