Rang Panchmi 2021: रंग पंचमी आज, इन उपायों से दूर होगा घर का क्लेश और आर्थिक संकट
Zee News
होली के ठीक 4 दिन बाद हर साल रंग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन एक दूसरे को रंग लगाने की बजाए अबीर और गुलाल को हवा में उड़ाने की परंपरा है. इस दिन किए गए कुछ उपाय आपकी परेशानियां दूर कर सकते हैं.
नई दिल्ली: हिंदू पंचांग (Panchang) के अनुसार होली के 4 दिन बाद चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को हर साल रंग पंचमी (Rang Panchmi) का त्योहार मनाया जाता है. इस बार रंग पंचमी 2 अप्रैल को मनायी जा रही है. चूंकि होली का त्योहार 29 मार्च सोमवार को था इसलिए रंग पंचमी का त्योहार 2 अप्रैल शुक्रवार को मनाया जा रहा है. इसका कारण ये है कि देशभर के कई हिस्सों में होली का त्योहर (Holi Festival) पांच दिनों तक खेलने की परंपरा है और इसलिए होली के त्योहार की समाप्ति रंग पंचमी के साथ मानी जाती है. महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और राजस्थान समेत कई राज्यों में रंग पंचमी का त्योहार विशेष रूप से मनाया जाता है. रंग पंचमी के दिन लोग सूखे गुलाल के साथ होली खेलते हैं. इस दिन रंग शरीर पर लगाने की बजाए हवा में अबीर और गुलाल (Spreading gulal in air) उड़ाने की परंपरा है. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण और राधा की पूजा () के साथ सभी देवी देवताओं का आह्वान किया जाता है. परिवार के बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लिया जाता है और दान भी किया जाता है. माना जाता है कि रंग पंचमी का त्योहार नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सृष्टि में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है.Shagun Yojana: बेटियों की शादी पर सरकार दे रही 31,000 रुपये की मदद, जानिए- किस विभाग में मिलना होगा?
Shagun Yojana ki Jankari: राज्य सरकार की ओर से गरीब परिवारों को बेटियों की शादी पर शगुन दिया जाता रहा है. योजना का मुख्य उद्देश्य 18 वर्ष से अधिक आयु के बीपीएल परिवारों की लड़कियों और महिलाओं पर बेटियों की शादी का बोझ कम करके उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है.
How to apply for internship scheme: स्कीम के तहत पात्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पूरा करने वाले छात्र हैं. इनमें ITI प्रमाणपत्र रखने वाले, पॉलिटेक्निक संस्थानों से डिप्लोमा रखने वाले या स्नातक की डिग्री रखने वाले लोग शामिल हैं. इन्हें ही आवेदन करने की पात्रता है. यह कार्यक्रम विशेष रूप से 21 से 24 वर्ष की आयु के भारतीय नागरिकों के लिए डिजाइन किया गया है जो वर्तमान में फुल टाइम रोजगार या शिक्षा में नहीं हैं.