Paralyzed व्यक्ति के दिमाग में लगाया गया Microchip, सोचने भर से हो जाते हैं काम
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Australia के 62 साल के Paralyzed फिलिप ओ कीफ के दिमाग में एक Microchip लगाया गया है. अब वो सिर्फ दिमाग में सोचते हैं और बिना हाथ-पैर हिलाए उनके मैसेज टाइप हो जाते हैं. सिंक्रॉन नाम की कंपनी ने उनके लिए ये चिप तैयार किया है. ये पॉवरफुल चिप दिमाग की तरंगों को समझ कर उसे शब्दों में बदल देता है. चिप की मदद से फिलिप के लिखे पहले मैसेज को सिंक्रॉन के CEO थॉमस ऑक्सली के Twitter अकाउंट से ट्वीट किया गया है. सिंक्रॉन कंपनी Healthcare Technology से जुड़े प्रोडक्ट्स बनाती है. इसी कंपनी ने फिलिप के लिए ये माइक्रोचिप बनाया है. जानिए कैसे काम करता है ये चिप और इसे किस टेक्नोलॉजी के जरिये बनाया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च पुरस्कार 'डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया. इस सम्मान का आयोजन गुयाना में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित किया है. देखें...
इस सम्मान से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि गुयाना के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मैं मेरे मित्र राष्ट्रपति इरफान अली का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. ये सम्मान केवल मेरा ही नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है. यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण है जो हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा.
अमेरिका के कैलिफोर्निया स्टेट के लॉस एंजलेस शहर में यूएस इमिग्रेशन डिपार्टमेंट एक शख्स के ट्रैवल डॉक्यूमेंट चेक कर रहा था. उसके पास भारतीय पासपोर्ट था. पासपोर्ट पर उसका नाम भानू लिखा हुआ था. बाद में खुलासा हुआ कि भानू कोई और नहीं बल्कि लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई और दस लाख रुपये का इनामी आतंकवादी अनमोल बिश्नोई है.