Pakistan Political Crisis: इमरान का जाना, शहबाज का आना... पाकिस्तान के सियासी ड्रामे की एक महीने की कहानी
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Pakistan Political Crisis: पाकिस्तान में आज से शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री होंगे. नेशनल असेंबली ने शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री चुन लिया है. उनके समर्थन में 174 वोट पड़े हैं. इस रिपोर्ट में पढ़ें इमरान के जाने और शहबाज के आने की पूरी कहानी...
Pakistan Political Crisis: पाकिस्तान आज फिर से 'पुराना' हो जाएगा. 'नया पाकिस्तान' का वादा कर सत्ता में आए इमरान खान अब जा चुके हैं और 'पुराना पाकिस्तान' की हिमाकत करने वाले सत्ता में आ चुके हैं. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के शहबाज शरीफ अब पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री होंगे. कल तक शहबाज पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता थे, लेकिन आज से वो 'वजीर-ए-आजम' कहे जाएंगे.
ये नया पाकिस्तान बनाम पुराना पाकिस्तान की बात इसलिए क्योंकि 2018 में आम चुनाव के वक्त इमरान खान ने 'नया पाकिस्तान' बनाने का वादा किया था. वहीं, रविवार को जब अविश्वास प्रस्ताव से इमरान सरकार गिरी तो पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि 'वेलकम बैक टू पुराना पाकिस्तान.'
खैर, पाकिस्तान की सत्ता से इमरान का जाना और शहबाज शरीफ का आना किसी ड्रामे से कम नहीं था. इस पूरे एक महीने पाकिस्तान का सियासी ड्रामा पूरी दुनिया ने देखा है. हालांकि, इमरान को सत्ता से बेदखल करने की तैयारी इससे काफी पहले से ही शुरू हो गई थी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 5 फरवरी को पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के बिलावल भुट्टो जरदारी और उनके पिता आसिफ अली जरदारी ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज से घर जाकर मुलाकात की. इसी मुलाकात में इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात तय हुई. इस मीटिंग के बाद शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) और जमीयत उलेमा-ए-फजल (JUI-F) के प्रमुख मौलाना फजल उर-रहमान से बात की और अपने साथ किया.
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पाकिस्तान की सियासत में एक महीने में क्या कुछ हुआ?
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