
Pakistan Political Crisis: अविश्वास प्रस्ताव की चुनौती का कैसे सामना करेंगे इमरान खान?
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अविश्वास की आंधी को थामने के लिए इमरान खान ने जुबानी बल्ला खूब भांजा. रैलियों में विदेशी साजिश का कच्चा चिट्ठा खोलकर मैच जीत लेने का अरमान भी पाला, और अब एक बार फिर देश के नाम संबोधन से अपने खिलाफ साजिश का कच्चा चिट्ठा खोल सकते हैं. इमरान ने कल भी पाकिस्तान के नाम संबोधन का फैसला किया था. मगर इस फैसले के फौरन बाद अंपायर का रोल अदा कर रहे आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा इमरान के घर पहुंच गए. माना जा रहा है कि उन्हें पवेलियन में चुपचाप बैठे रहने की हिदायत दे दी गई. हालांकि 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि इमरान ने एक बार फिर देश के नाम संबोधन का ऐलान कर दिया. जहां तक कल की बात है तो ये कयास लगाए जा रहे हैं कि बाजवा ने इमरान को विदेशी साजिश वाली चिट्ठी को सार्वजनिक करने से रोक दिया. ज्यादा जानकारी के लिए देखें वीडियो.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.