
Pakistan: प्रधानमंत्री, कैबिनेट मंत्रियों के ऑडियो लीक को लेकर बवाल, PMO की सुरक्षा पर उठे सवाल
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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनकी कैबिनेट के कुछ मंत्रियों की बातचीत के ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर लीक हो गए हैं, जिसके बाद पाकिस्तान की राजनीति में बवाल मचा हुआ है. इसे लेकर विपक्षी पार्टी पीटीआई ने पीएमओ की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए हैं. सरकार का कहना है कि इन ऑडियो क्लिप में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है.
पाकिस्तान की सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार के नेताओं के कुछ कथित ऑडियो क्लिप लीक मामले ने तूल पकड़ लिया है. इस विवाद के बीच इमरान खान की विपक्षी पार्टी पीटीआई ने प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए हैं. लेकिन सरकार का कहना है कि इन लीक ऑडियो में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है.
एक दिन पहले ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनकी सरकार के एक अधिकारी के बीच बातचीत की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया पर लीक हो गई थी. पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने इस दो मिनट के ऑडियो क्लिप को अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया था, जिसमें शहबाज शरीफ को कहते सुना जा सकता है कि मरियम नवाज ने उनसे अपने दामाद के लिए भारत से कुछ सामान आयात करवाने के लिए कहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, मरियम ने शहबाज शरीफ से अपने दामाद राहील के लिए भारत से एक मशीनरी मंगवाने के लिए कहा था.
पीटीआई के कई नेताओं ने ट्विटर पर एक ऑडियो क्लिप को शेयर किया है, जिसमें शहबाज शरीफ और मरियम के बीच वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्मायल को लेकर भी बात की गई है. पहली ऑडियो क्लिप में पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ वित्त मंत्री मिफ्ताह के बारे में बात कर रहे हैं. मिफ्ताह को हाल ही में कड़े आर्थिक कदमों को लेकर पार्टी के भीतर ही आलोचना का सामना करना पड़ा है.
इस ऑडियो क्लिप में कथित तौर पर मरियम को कहते सुना जा सकता है कि वह पेट्रोल और बिजली की कीमतें बढ़ाने के फैसले से सहमत नहीं हैं, फिर चाहें उनकी पार्टी सरकार में हो या नहीं.
वह कहती हैं, वह (मिफ्ताह) जिम्मेदारी नहीं लेते. वह टीवी पर अजीब बातें कहते हैं, जिनके लेकर लोग उनका मजाक उड़ाते हैं. वह नहीं जानते कि वह क्या कर रहे हैं. इसके आगे कथित तौर पर प्रधानमंत्री शहबाज को कहते सुना जा सकता है, वह (मिफ्ताह) पूरी तरह से गलत तरीके अपनाते हैं.
इस पर मरियम आगे कहती हैं वह नहीं जानते कि वह क्या कर रहे हैं? इसके बाद वह वित्त मंत्री के तौर पर इशाक डार की वापसी की कामना करती हैं.

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